भारी बारिश – क्या है असर और हमें क्या करना चाहिए?

पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जयपुर जैसे बड़े शहरों में पानी का स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है और लोग रास्तों पर फिसलन का सामना कर रहे हैं। अगर आप भी ऐसे इलाके में रहते हैं तो समझदारी से तैयार रहना जरूरी है।

भारी बारिश सिर्फ़ जलजला नहीं बनाती, यह सड़कों को बंद कर देती है, बिजली कटौती कर देती है और खेती को भी प्रभावित करती है। इसलिए हर मौसम में एक छोटी‑सी चेकलिस्ट बनाकर रखें – जैसे की आपातकालीन किट, मोबाइल चार्जर, और स्थानीय समाचार चैनल की अलर्ट सेटिंग।

ताज़ा भारतीय मौसम विभाग की अलर्ट

इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने पिछले हफ़्ते कई जिलों में ‘भारी से बहुत भारी’ बारिश का अलर्ट जारी किया था। मध्य प्रदेश में 20 से अधिक जिलों में निरंतर बौछारें पड़ीं, मालाजखंड और मंडला में एक इंच से अधिक जल गिरा। उत्तर प्रदेश में भी कई सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे ट्रैफ़िक जाम और दुर्घटनाएँ बढ़ी। इन अलर्ट्स को नजरअंदाज़ न करें – वे अक्सर स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई का आधार बनते हैं।

अगर आप अपने मोबाइल में IMD की आधिकारिक ऐप या सरकारी वेबसाइट पर रोज़ अपडेट देखते हैं, तो आप जल्दी से जल्दी सुरक्षित क्षेत्र में शिफ़्ट हो सकते हैं। अलर्ट के साथ ही, मौसम विभाग की वेबसाइट पर संभावित बाढ़ क्षेत्रों की नक्शा भी मिलती है, जिससे आप अपने रास्ते को पहले से प्लान कर सकते हैं।

बारिश के दौरान सुरक्षा उपाय

सबसे पहला कदम – घर के बाहर निकलते समय रेनकोट या छाता रखें, लेकिन रास्ते में तेज़ बहते पानी में पैर न डालें। अगर पानी का स्तर 15 सेंटीमीटर से ज्यादा हो, तो उससे बचना ही बेहतर है। कार चलाते समय धीमी गति रखें, ब्रेक की दूरी बढ़ेगी और हाईवेज़ पर प्रतिबंध हो सकता है।

जब घर में ही रहें, तो लाइट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ऊपर रखें, ताकि जलभेदी नहीं हो। अगर आपको जलभराव का सामना करना पड़े तो फर्नीचर को सिलिकॉन-आधारित वॉटरप्रूफ़ कवर से ढकें और मौजूदा सेप्टिक टैंक को खाली रखें।

भारी बारिश के बाद अक्सर बुक्कलिंग और रोग फैलते हैं। इसलिए पानी को साफ़ रखने के लिए टेबल वाले पानी को उबालें या बोतलबंद पानी पियें। बच्चों और बुजुर्गों को धूप में बैठाकर गर्म रखें, क्योंकि ठंडे मौसम में स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं।

अंत में, अपने पड़ोसियों से भी मदद लें। अगर कोई बूढ़ा व्यक्ति या बच्चा अकेला है, तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाना न भूलें। समुदाय में मिलकर काम करने से कठिन मौसम को आसानी से पार किया जा सकता है।

भारी बारिश का मौसम कभी‑कभी कठिन लगता है, लेकिन सही जानकारी और तैयारियों से आप सुरक्षित रह सकते हैं। खबरों को लगातार फॉलो करें, अलर्ट्स को सुनें और हमेशा एक बैकअप प्लान रखें। आपका सुरक्षा पहला प्राथमिकता है – इसलिए सतर्क रहें और सुरक्षित रहिए।

यूपी मौसम: मेरठ से हरदोई तक 44 जिलों में रेड अलर्ट, सितंबर की शुरुआत तेज बारिश से

यूपी मौसम: मेरठ से हरदोई तक 44 जिलों में रेड अलर्ट, सितंबर की शुरुआत तेज बारिश से

  • सित॰, 1 2025
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उत्तर प्रदेश में सितंबर की शुरुआत तेज बारिश और गरज के साथ हुई। आईएमडी ने मेरठ से हरदोई तक 44 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया। लखनऊ और आसपास 95% तक बारिश की संभावना, तापमान 26-31°C के बीच। पानी भराव, बाढ़ और यातायात बाधा का जोखिम बढ़ा। प्रशासन ने सतर्क रहने और रोज़ अपडेट देखने की सलाह दी।