टी20 विश्व कप फाइनल: अक्षर पटेल की रनिंग से रोहित शर्मा निराश, दिनेश कार्तिक ऑन-एयर गुस्से में

टी20 विश्व कप फाइनल: अक्षर पटेल की रनिंग से रोहित शर्मा निराश, दिनेश कार्तिक ऑन-एयर गुस्से में जून, 30 2024

टी20 विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की टीम संघर्षपूर्ण स्थिति में थी। पॉवरप्ले के अंत तक भारतीय टीम का स्कोर 37/3 था, जिसके बाद सीनियर बल्लेबाज अक्षर पटेल को कप्तान रोहित शर्मा ने शिवम दुबे, हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा से पहले भेजने का फैसला किया। यह निर्णय कुछ जोखिम भरा साबित हुआ, लेकिन अक्षर ने इस मौके को अच्छे से भुनाया।

अक्षर पटेल और विराट कोहली के बीच साझेदारी ने भारतीय पारी को स्थिरता दी। दोनों बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को मुश्किल समय से बाहर निकाला। अक्षर ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंदों में 47 रन बनाए, जिसमें कई बेहतरीन शॉट्स शामिल थे। उनकी इस पारी ने भारतीय समर्थकों को उम्मीद दी कि टीम एक फाइटिंग स्कोर तक पहुंच सकती है।

अक्षर पटेल का रन आउट

हालांकि, 14वें ओवर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम ने भारतीय टीम के समर्थकों को निराश कर दिया। कागिसो रबाडा की गेंद पर विराट कोहली ने पुल शॉट मिसटाइम किया। बॉल बमुश्किल ही निकली थी, लेकिन अक्षर पटेल ने नॉन-स्ट्राइकर एंड से दौड़ना शुरू कर दिया। कोहली ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन तब तक क्विंटन डी कॉक ने डायरेक्ट हिट किया और अक्षर रन आउट हो गए।

इस घटना के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा मैदान पर बेहद निराश दिखे। उन्होंने अक्षर की निर्णय लेने की क्षमता पर सवाल उठाए। यह रन आउट उस समय हुआ, जब अक्षर और कोहली ने भारतीय पारी को स्थायित्व दिया हुआ था और टीम बड़े स्कोर की दिशा में बढ़ रही थी।

दिनेश कार्तिक की प्रतिक्रिया

कमेंटेटर बॉक्स में मौजूद दिनेश कार्तिक भी इस घटना पर अपनी नाराजगी जताते दिखे। ऑन-एयर उन्होंने कहा कि इस स्तर के मैचों में इस तरह की गलतियां भारी पड़ती हैं। कार्तिक ने अक्षर की रनिंग पर सवाल खड़े किए और कहा कि इस तरह की स्थितियों में धैर्य महत्वपूर्ण होता है।

हालांकि, अक्षर पटेल की आलोचना के बावजूद, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि उन्होंने जिस तरह से भारतीय पारी को संभाला, वह काबिले तारीफ था। अक्षर के आउट होने के बाद भी विराट कोहली ने शानदार खेल दिखाया और 76 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। उनके इस योगदान से भारतीय टीम 20 ओवरों में 176/7 का स्कोर खड़ा करने में सफल हुई।

टॉप ऑर्डर के पतन के बाद अक्षर और कोहली ने जिस तरीके से पारी को स्थिर किया, वह भारतीय टीम के लिए सकारात्मक संकेत है। अक्षर की पारी ने यह साबित कर दिया कि वह कठिन परिस्थितियों में भी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।

भविष्य की चिंताएँ

भविष्य की चिंताएँ

हालांकि, भारतीय टीम के लिए यह एक सीखने का अवसर भी है। रनिंग बिटवीन द विकेट्स और तालमेल की महत्वपूर्णता को समझते हुए, उन्हें आने वाले मैचों में इस पहलू पर और काम करना होगा। चूंकि इस तरह की गलतियां बड़े मुकाबलों में भारी पड़ सकती हैं, इसलिए टीम को इन समस्याओं का हल निकालना होगा।

इस मैच के बाद सबकी नजरें कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ पर होंगी कि वे इस घटना से कैसे निबटते हैं और टीम को भविष्य के लिए कैसे तैयार करते हैं।

टी20 विश्व कप के फाइनल के इस घटनाक्रम ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को कई सवालों पर सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या अक्षर पटेल की इस भूल को नजरअंदाज किया जाएगा, या फिर इससे सीख लेते हुए टीम अपनी रणनीतियों में बदलाव करेगी? यह सवाल समय के साथ ही साफ हो पाएंगे।