विवादों में घिरी फाफ डु प्लेसिस की रन आउट, CSK बनाम RCB मैच में तीसरे अंपायर का फैसला चर्चा में
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शनिवार को खेले गए IPL 2024 के मैच 70 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। इस रोमांचक मुकाबले में एक विवादित घटना ने सबका ध्यान खींचा, जब RCB के कप्तान फाफ डु प्लेसिस को 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन आउट करार दिया गया।
यह घटना उस समय हुई जब CSK के स्पिनर मिशेल सेंटनर की गेंद पर रजत पाटीदार ने स्ट्रेट शॉट खेला और गेंद सेंटनर की उंगलियों को छूते हुए सीधे विकेट पर लगी और बेल्स गिर गए। RCB ने रन आउट की अपील की और मामला तीसरे अंपायर के पास गया।
तीसरे अंपायर माइकल गॉफ ने कई कैमरा एंगल से रिव्यू करने के बाद फाफ डु प्लेसिस को रन आउट करार दिया। हालांकि रिप्ले में साफ दिख रहा था कि डु प्लेसिस का बल्ला क्रीज़ को काफी पीछे छोड़ चुका था। लेकिन अंपायर ने माना कि बल्ला हवा में था। इस फैसले से RCB के ड्रेसिंग रूम में मायूसी देखी गई और विराट कोहली भी नाराज नज़र आए।
उस समय डु प्लेसिस 54 रन बनाकर खेल रहे थे और उनका विकेट RCB के लिए बड़ा झटका था। यह मैच प्लेऑफ की रेस के लिहाज से RCB के लिए बेहद अहम था। अगर वे CSK को 18 रनों से या 11 गेंद शेष रहते हराते हैं तो वे प्लेऑफ में जगह बना लेंगे। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो CSK प्लेऑफ में चौथी टीम के तौर पर क्वालीफाई कर जाएगी।
इस विवादित रन आउट ने एक बार फिर अंपायरिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने इस फैसले पर हैरानी जताई है। उनका मानना है कि डु प्लेसिस का बल्ला साफ तौर पर क्रीज़ के अंदर था और उन्हें नॉट आउट दिया जाना चाहिए था।
हालांकि क्रिकेट के नियमों के मुताबिक अगर बल्ला हवा में है और क्रीज़ के ऊपर नहीं है तो बैट्समैन को आउट दिया जा सकता है। लेकिन यह फैसला लेना अंपायर के लिए चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि रिप्ले और कैमरा एंगल से यह जज करना मुश्किल होता है। ऐसे में अंपायर अपने अनुभव और समझ के हिसाब से फैसला लेता है।
डु प्लेसिस के रन आउट ने RCB की पारी पर ब्रेक लगा दिया और उनका स्कोर 3 विकेट पर 121 रन था। इसके बाद RCB की पूरी टीम 18.3 ओवर में 154 रन पर ऑल आउट हो गई। CSK ने 18 ओवर में 7 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और वे प्लेऑफ में पहुंच गए।
यह विवादित रन आउट IPL के इतिहास में एक और विवादित फैसला बन गया है। इससे पहले भी कई मैचों में अंपायरों के फैसलों पर सवाल उठे हैं। हालांकि इस बार का फैसला RCB के लिए बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि इस पर उनकी प्लेऑफ की उम्मीदें टिकी थीं।
अंपायरों का काम बेहद चुनौतीपूर्ण होता है और उन्हें कई बार तुरंत फैसला लेना पड़ता है। ऐसे में गलतियां होना स्वाभाविक है। लेकिन जब ऐसी गलतियां मैच का नतीजा प्रभावित करती हैं तो सवाल उठना लाजमी है। इससे क्रिकेट के शुद्ध स्वरूप पर भी असर पड़ता है।
निष्कर्ष के तौर पर कहा जा सकता है कि RCB के कप्तान फाफ डु प्लेसिस का यह विवादित रन आउट IPL 2024 के सबसे चर्चित विवादों में से एक बन गया है। इससे टीम का मनोबल तो प्रभावित हुआ ही, प्लेऑफ की उनकी उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। आने वाले समय में ऐसे फैसलों से बचने के लिए अंपायरों को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी। साथ ही तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर शंकाओं को दूर किया जा सकता है। तभी खेल में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रह सकती है।