सेन्सेक गिरावट – क्या कारण हैं और कैसे संभालें?

जब हम सेन्सेक गिरावट, भारतीय शेयर बाजार में Sensex के मूल्य में गिरावट को दर्शाता है. इसे अक्सर सेंसक्स डिप भी कहा जाता है के रूप में समझा जाता है, तो कई जुड़े हुए तत्वों को देखना जरूरी है। सेन्सेक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खबरों से तुरंत प्रभावित होता है। इसी तरह निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का दूसरा प्रमुख सूचकांक भी समान दिशा में चलाता है, क्योंकि दोनों बाजार एक-दूसरे के साथ काफी सहसम्बद्ध होते हैं। इन दो सूचकांकों के अलावा भारतीय शेयर बाजार, देश के सभी लिस्टेड कंपनियों का समग्र प्रदर्शन को भी इन गिरावटों का असर महसूस होता है। इन संयोजन को समझना आपको अगले कदम तय करने में मदद करेगा।

सेन्सेक गिरावट के मुख्य ट्रिगर और उनका असर

आपने देखा होगा कि जब सरकार फ़ार्मा टैरिफ जैसी नीति लागू करती है, तो सेन्सेक गिरावट तेज़ी से बढ़ जाती है। ट्रम्प के फार्मा टैरिफ के बाद Sensex में 733 अंक की गिरावट और Nifty के 24,700 स्तर से नीचे जाने की खबर इस बात को स्पष्ट करती है कि अंतरराष्ट्रीय टैरिफ निवेशकों की जोखिम भावना को सीधे प्रभावित करता है। इसी तरह, फेडरल रिज़र्व के मौद्रिक फैसले के बाद सोने‑चाँदी की कीमतों में गिरावट देखी गई, जिससे कई निवेशक अपने पोर्टफ़ोलियो को सुरक्षित बुनियादी धातुओं में बदल देते हैं। यह भी एक कारण है कि जब सोना 10 ग्राम पर 1,12,000 रुपये पर ट्रेड करता है, तो शेयर बाजार में गिरावट, निवेशकों की पूंजी का रिवर्सल की प्रवृत्ति बढ़ती है। सेन्सेक गिरावट का एक और महत्वपूर्ण पहलू है बाजार के तकनीकी स्तर। जब 50% प्रीमियम पर बम्पर डेब्यू वाले IPO जैसे LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की सफलता सामने आती है, तो छोटे‑मध्यम कैप शेयरों में पूँजी का बहाव बढ़ता है, जिससे बड़े‑कैरबर्स जैसे Sensex और Nifty पर दबाव पड़ता है। यही कारण है कि कई बार शेयर बाजार में तेजी की कमी महसूस होती है, जबकि कुछ IPO शेयरों की कीमतें आसमान छूती हैं। इन सब कारणों से हम एक स्पष्ट पिचान बना सकते हैं: "सेन्सेक गिरावट को ट्रिगर करता है वैश्विक टैक्स नीति, स्थानीय आर्थिक संकेतक और निवेशकों की सुरक्षा की तलाश," और "सेन्सेक गिरावट प्रभावित करती है निवेशकों की भावनाओं और पोर्टफ़ोलियो री‑असाइनमेंट को"।

अब आप यह समझ गए हैं कि सेन्सेक गिरावट क्यों होती है और कौन से संकेतक इस गिरावट को बढ़ाते हैं। नीचे आप पाएँगे ताज़ा खबरों की सूची, जिसमें फार्मा टैरिफ, सोना‑छांदी की कीमत, बड़े‑पैमाने के IPO और नीतिगत बदलावों के प्रभाव की विस्तृत चर्चा है। इन लेखों को पढ़कर आप अपने निवेश रणनीति को अपडेट कर सकते हैं, बाजार के उतार‑चढ़ाव को समझ सकते हैं और संभावित अवसरों की पहचान कर सकते हैं। तैयार हैं? आगे पढ़िए और जानिए कैसे आप सेन्सेक गिरावट के मौसम में भी अपने पोर्टफ़ोलियो को सुरक्षित रख सकते हैं।

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