शाश्ठी तिथि – महत्व और उपयोगिता का संक्षिप्त परिचय
जब हम शाश्ठी तिथि, हिन्दू कैलेंडर का वह दिन जब चाँद का नवां उल्लेख होता है. Also known as शश्ठी, it marks a specific phase that many अनुयायी महत्व देते हैं।
शाश्ठी तिथि अक्सर हिन्दू पंचांग, समय‑तिथि निर्धारित करने वाला मुख्य ग्रन्थ में एक प्रमुख माइलस्टोन के रूप में दिखती है। पंचांग द्वारा तय किया गया यह दिन कई धार्मिक और सामाजिक समारोहों का आधार बनता है, जैसे कि व्रत, धार्मिक कारणों से रखा गया उपवास या विशेष पूजा। इस तरह शाश्ठी तिथि, पंचांग और व्रत एक-दूसरे से जड़ित हैं, जिससे प्रत्येक की मान्यता बढ़ती है। शाश्ठी तिथि के बारे में समझने से आप अपने धार्मिक कैलेंडर को बेहतर ढंग से व्यवस्थित कर सकते हैं।
ज्योतिषीय संकेत और दैनिक जीवन में असर
आधुनिक ज्योतिष में कहा जाता है कि शाश्ठी तिथि ज्योतिष, ग्रहों की स्थितियों के आधार पर भविष्यवाणी करने की प्रणाली में विशेष ऊर्जा लाती है। जब ग्रह शाश्ठी तिथि के साथ मिलते हैं, तो निवेश, विवाह या नई शुरुआत के निर्णयों को समर्थन मिलता है। कई लोग इस दिन को शुभ मानते हैं और महत्वपूर्ण कार्यों को यहीं शेड्यूल करते हैं। यही कारण है कि शाश्ठी तिथि न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और आर्थिक निर्णयों में भी भूमिका निभाती है।
इसके अलावा शाश्ठी तिथि कई बार विशेष त्योहारों के साथ आती है, जैसे कि कार्तिक शुक्रम में शाश्ठी के दौरान कुछ क्षेत्रों में नाच‑गान और सामुदायिक भोजन का आयोजन होता है। इन अवसरों पर पूजा, देवताओं को समर्पित अनुष्ठान के साथ-साथ सामुदायिक जुड़ाव भी मजबूत होता है। इस तरह तिथि, पूजा और सामाजिक समागम एक दूसरे को पूरक बनते हैं।
यदि आप शाश्ठी तिथि को अपने जीवन में बेहतर ढंग से उपयोग करना चाहते हैं, तो पहले पंचांग की सही जानकारी रखें, फिर उस दिन के ज्योतिषीय प्रभाव को समझें और अंत में अपने व्यक्तिगत या पारिवारिक व्रत व पूजा की योजना बनाएं। इस क्रम में आप न केवल धार्मिक रूप से सही कदम उठाएंगे, बल्कि व्यक्तिगत लक्ष्यों को भी सहजता से हासिल कर पाएंगे।
आगे नीचे आप विभिन्न समाचार लेखों, वित्तीय अपडेट, खेल परिणाम और सामाजिक घटनाओं की सूचनाएँ पाएँगे, जिनमें शाश्ठी तिथि से जुड़े सांस्कृतिक या आर्थिक पहलू भी शामिल हो सकते हैं। यह संग्रह आपको दिन‑प्रतिदिन की ख़बरों के साथ तिथि‑विशिष्ट महत्व को समझने में मदद करेगा।
12 अक्टूबर 2025 (रविवार) का पञ्चांग: तिथि, नक्षत्र, शुभ‑अशुभ मुहूर्त
- अक्तू॰, 12 2025
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12 अक्टूबर 2025 (रविवार) का पञ्चांग जारी, जिसमें शाश्ठी तिथि, मृगशीर्ष नक्षत्र और कई शुभ‑अशुभ मुहूर्तों का विस्तृत विवरण दिया गया है। सूर्य देव की पूजा और स्कंद शाश्ठी उपवास का भी उल्लेख है।
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