साइक्लोन मोंथा: भारत के तटीय क्षेत्रों पर प्रभाव और तैयारियाँ
साइक्लोन मोंथा, एक तीव्र उष्णकटिबंधीय चक्रवात जो भारत के दक्षिणी तट पर आया और भारी बारिश, तेज हवाओं और बाढ़ का कारण बना ने 2025 के अंत में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के तटीय इलाकों को झेला। यह तूफान केवल एक मौसमी घटना नहीं था—यह एक ऐसा आपदा संकेत था जिसने देश की आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की क्षमता का परीक्षण किया। जब यह चक्रवात अरब सागर से उत्तर की ओर बढ़ा, तो मौसम विभाग ने 48 घंटे पहले ही चेतावनी जारी कर दी, लेकिन क्या यह पर्याप्त था? इस सवाल का जवाब उन लोगों के घरों में छिपा था जहाँ छतें उड़ गईं और खेत बह गए।
साइक्लोन मोंथा के साथ जुड़े मौसम चेतावनी, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी की जाने वाली अलर्ट सिस्टम जो तूफान की गति, दिशा और तीव्रता का अनुमान लगाती है ने अपना काम किया—लेकिन चेतावनी का असर तभी होता है जब वह आम आदमी तक पहुँचे। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली और कर्नाटक के मंगलौर में लोगों ने अपने घरों को बचाने के लिए लकड़ी के तख्ते लगाए, जबकि आंध्र प्रदेश के गुंटूर में स्थानीय प्रशासन ने अस्पतालों और स्कूलों को आश्रय केंद्र बना दिया। इस दौरान आपातकालीन प्रतिक्रिया, सरकारी एजेंसियों, एनजीओ और स्थानीय समुदायों द्वारा मिलकर की गई आपदा प्रबंधन की कार्रवाई, जिसमें बचाव, बचाव और बहाली शामिल है की भूमिका अहम रही। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के टीमों ने डूबे हुए घरों में फंसे लोगों को बचाया, जबकि स्थानीय स्वयंसेवकों ने खाना और पानी बाँटा। यह वह जगह थी जहाँ टेक्नोलॉजी और इंसानी मेहनत ने एक साथ काम किया।
मोंथा के बाद के दिनों में जो चीज़ सबसे ज्यादा दिखी, वह थी तूफान के बाद की चुनौतियाँ—बिजली का बंद होना, सड़कों का नष्ट होना, और बारिश के बाद बढ़ी बीमारियों की चिंता। यहाँ तक कि अन्य तूफानों के बाद भी जो बातें दोहराई गईं, वो यही थीं: जल्दी निर्माण, जल्दी बहाली। लेकिन क्या हम अभी भी इन चक्रवातों को बस एक बार की घटना की तरह देख रहे हैं? या हमें अपनी नीतियों को बदलने की जरूरत है? इस पेज पर आपको ऐसे ही वास्तविक कहानियाँ, आँकड़े और विश्लेषण मिलेंगे जो बताते हैं कि साइक्लोन मोंथा ने कैसे जीवन बदल दिए, किन लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, और क्या हम अगली बार इससे बेहतर तैयार हो सकते हैं।
साइक्लोन मोंथा: आंध्र प्रदेश तट पर 28 अक्टूबर को 100 किमी/घंटा तेज हवाओं के साथ टकराएगा, कई राज्य अलर्ट पर
- अक्तू॰, 28 2025
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साइक्लोन मोंथा 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश तट पर 90-100 किमी/घंटा की हवाओं के साथ टकराएगा। IMD ने 23 जिलों में लाल चेतावनी जारी की, जबकि ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी भारी बारिश की उम्मीद है।
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