Sylhet टेस्ट में बांग्लादेश बनाम जिम्बाब्वे : पिच की करवट और मौसम की चाल!

पेस-फ्रेंडली पिच ने पलटा मैच का रुख
Sylhet International Cricket Stadium में चल रहे बांग्लादेश बनाम जिम्बाब्वे टेस्ट का पहला दिन पिछले रिकॉर्ड्स से हटकर रहा। यहां अब तक स्पिन की बादशाहत रही है, लेकिन इस बार डेक में नमी और घास के चलते गेंदबाजों को जबरदस्त पेस और मूवमेंट मिली। टॉस के बाद जैसे ही नई बॉल हवा में हरकत करने लगी, बांग्लादेशी ओपनर पहली घड़ी से ही जूझना शुरू कर चुके थे।
पहले सेशन में गेंद सीधी बल्ले पर नहीं आ रही थी, उछाल भी अनुकूल नहीं था। ऐसे हालात में वेलिंगटन मसाकद्ज़ा की अगुआई में जिम्बाब्वे के सीमर खिलाड़ियों ने बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर को बार-बार परेशान किया। रन बनाना आसान नहीं था—बाएं हाथ के शांतो (57) ने खूब धैर्य दिखाया और विकेट गिरने का सिलसिला रोकने की कोशिशें कीं। मुमिनुल हक (15) भी टिके, लेकिन आखिरकार एकदम स्पिन नही, बल्कि सीमर्स की गेंदों पर ही विकेट गिरे।
- पहला दिन पूरी तरह तेज गेंदबाजों के नाम रहा।
- गेंदबाजों को शरुआती और मध्यम ओवरों में ज्यादा मदद मिली।
- पिच के सूखेपन से उम्मीद यही रही कि मैच आगे बढ़ने के साथ स्पिनर्स खेल में लौटेंगे।
इसी बीच, थोड़ी देर के लिए बारिश आई और दूसरा सेशन बाधित हो गया। ये ब्रेक बांग्लादेश के लिए राहत लेकर आया, लेकिन पिच ठंडी होने के कारण गेंदबाजों को एक बार फिर रफ्तार मिली।

मौसम, औसत स्कोर और जिम्बाब्वे की चुनौती
अगर पिछले आंकड़े देखें तो Sylhet के मैदान पर टेस्ट में पहली पारी का औसत स्कोर करीब 291 रन है। इसका मतलब है, ज्यादा बड़ा स्कोर आमतौर पर नहीं बनता और मुकाबला शुरू से ही टक्कर का रहता है। इस बार बारिश ने हल्के से खेल में ठंडक जरूर घोली, मगर धीमी आउटफील्ड के बावजूद गेंदबाज तरोताजा लगे।
जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने जहां गजब अनुशासन दिखाया, वहीं उनके ओपनर बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में उम्मीद से हटकर बांग्लादेशी स्पिनर्स का सामना बखूबी किया। बेनेट और नाहिद राना दोनों ही बैटिंग पर टिके रहे और पूरे दिन एक भी विकेट नहीं गंवाया। ज्यादातर एक्सपर्ट्स मान रहे थे कि रन बनाना धीमा और मुश्किल रहेगा, लेकिन जिम्बाब्वे की ओपनिंग जोड़ी ने शुरुआती दबाव को झटका दिया।
फिलहाल, जिम्बाब्वे की टीम सिर्फ 124 रन पिछड़ी है और उसके सभी विकेट सलामत हैं। इससे साफ है, अगले दिन पिच बदल सकती है—धीरे-धीरे स्पिनर्स को फायदे की उम्मीद है। लेकिन, सीमर जिस तरह का आत्मविश्वास दिखा रहे हैं, दोनों टीमों को हर सेशन में नई रणनीति बनानी होगी।
- बारिश ने गेम में रोमांच बढ़ाया, पिच की फेवर बदल दी।
- बांग्लादेश के लिए अगले दिन मौका, पर जिम्बाब्वे भी हावी दिख रहा है।
अब देखना होगा कि आगे के दिनों में गेंद किसका साथ देती है—स्पिनर्स की स्पेल बढ़ेगी या तेज गेंदबाजों की बादशाहत बरकरार रहेगी। Sylhet टेस्ट इस बार तारीफ और ट्वीस्ट दोनों का मेल लग रहा है।