HAL का चौथी तिमाही का मुनाफा 52.18% बढ़ा, रक्षा अनुबंधों से नेट इनकम में उछाल
मई, 16 2024हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में अपने समेकित लाभ में 52.18% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इस वृद्धि का मुख्य कारण कंपनी द्वारा हासिल किए गए बड़े रक्षा अनुबंध रहे हैं। इस खबर के बाद HAL के शेयरों में भी 9% का जोरदार उछाल देखने को मिला है।
HAL ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए 4,308.68 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 2,831.19 करोड़ रुपये के मुकाबले 52.18% अधिक है। इसी अवधि में कंपनी की शुद्ध बिक्री भी 14,768.75 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के 12,494.67 करोड़ रुपये से 18.2% अधिक है।
HAL एक प्रमुख रक्षा सार्वजनिक उपक्रम है जो भारतीय वायु सेना और अन्य सशस्त्र बलों के लिए विमान, हेलीकॉप्टर, इंजन और अन्य उपकरणों का डिजाइन और निर्माण करता है। कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण रक्षा अनुबंध हासिल किए हैं जिनमें तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) और HTT-40 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट का उत्पादन शामिल है।
वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद, HAL के शेयर BSE पर 9.04% की छलांग के साथ 4,562.25 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गए। निवेशकों का उत्साह कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए बढ़ा है।
HAL वर्तमान में रक्षा मंत्रालय और भारत सरकार से LCA (इनिशियल ऑपरेटिंग कैपेबिलिटी) अनुबंध में संशोधन के लिए अनुमोदन की मांग कर रही है, जिसमें मूल्य परिवर्तन (LCA चेंज ऑर्डर 3) शामिल है। कंपनी ने LCA (IOC) अनुबंध के संबंध में चेंज ऑर्डर 3 के अनुमोदन की घोषणा की है।
संशोधित अनुबंध के आधार पर, HAL ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 548.94 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व दर्ज किया है, जो पिछले वर्षों में की गई आपूर्ति से संबंधित है। इसके अलावा, चेंज ऑर्डर 3 के अनुमोदन के साथ, HAL ने पिछले वर्षों में किए गए 1,033.67 करोड़ रुपये के प्रावधान को वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान रिवर्स कर दिया है।
HAL का भविष्य उज्जवल
HAL के चौथी तिमाही के शानदार वित्तीय परिणामों ने कंपनी के भविष्य के प्रति आशा जगाई है। भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान और बढ़ते रक्षा बजट के साथ, HAL के पास अपने कारोबार को और विस्तार देने की पर्याप्त संभावनाएं हैं।
कंपनी पहले से ही कई महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाओं पर काम कर रही है और भविष्य में और अधिक अनुबंध हासिल करने की उम्मीद है। HAL का लक्ष्य अपनी विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करना, नई तकनीकों में निवेश करना और वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाना है।
HAL के CMD आर माधवन ने कहा, "हमारा ध्यान गुणवत्ता, विश्वसनीयता और समय पर डिलीवरी पर केंद्रित है। हम अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम समाधान प्रदान करने और भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर रक्षा औद्योगिक आधार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
HAL के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की सकारात्मक संभावनाओं ने निवेशकों और शेयर बाजार में उत्साह पैदा किया है। यह भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक अच्छा संकेत है और HAL जैसी कंपनियों के लिए एक उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करता है।