आरकेडे डिवेलपर्स आईपीओ 2024: जीएमपी, समीक्षा, सब्सक्रिप्शन स्थिति, आवंटन स्थिति और लिस्टिंग तिथि के लाइव अपडेट्स
सित॰, 21 2024
आरकेडे डिवेलपर्स का आईपीओ: एक बड़ी सफलता की कहानी
आरकेडे डिवेलपर्स का आईपीओ 2024, भारतीय निवेशकों के बीच भारी उत्साह और सब्सक्रिप्शन के साथ समाप्त हुआ। यह आईपीओ 16 सितंबर को सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 19 सितंबर को बंद हुआ। कंपनी ने 3.2 करोड़ शेयरों के नए इश्यू के माध्यम से 410 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। आईपीओ का मूल्य बैंड 121 रुपये से 128 रुपये प्रति शेयर था, जो निवेशकों के बीच काफी आकर्षक समझा गया।
सब्सक्रिप्शन स्थिति और जीएमपी
आईपीओ को निवेशकों से अप्रत्याशित प्रतिक्रिया मिली और इसने कुल 113.49 गुना ज्यादा सब्सक्रिप्शन प्राप्त किया। रिटेल निवेशकों के लिए इसका हिस्सा 53.78 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के हिस्से ने 172.60 गुना अधिकता पाई। गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने भी इस आईपीओ में बहुत रुचि दिखाई और उनके हिस्से की सब्सक्रिप्शन 172.22 गुना हुई।
आवंटन स्थिति 20 सितंबर को अंतिम की जाएगी और 23 सितंबर को सफल बोलीदाताओं को डिमैट खातों में शेयर क्रेडिट किए जाएंगे। लिस्टिंग 24 सितंबर को बीएसई और एनएसई पर होगी।
आईपीओ के ताजे ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) के अनुसार, जो 20 सितंबर को 60 रुपये था, जिससे संकेत मिलता है कि लिस्टिंग के समय प्रति शेयर 46.88% की संभावित बढ़त हो सकती है।
आईपीओ के उद्देश्यों पर एक नजर
आरकेडे डिवेलपर्स ने इस आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए करने की योजना बनाई है। इसमें सबसे पहले चल रहे और आगामी परियोजनाओं के विकास के लिए फंडिंग शामिल है। इसके अलावा, कंपनी भविष्य में और अधिक रियल एस्टेट परियोजनाएं अधिग्रहण करने की योजना बना रही है। सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस राशि का उपयोग किया जाएगा।
ब्रोकरेज फर्मों का समर्थन
ब्रोकरेज कंपनियों जैसे आनंद राठी रिसर्च और चॉइस ने आरकेडे डिवेलपर्स के आईपीओ को 'सब्सक्राइब' की रेटिंग दी है। उनका मानना है कि कंपनी में मजबूत वृद्धि की क्षमता है, जिसका प्रदर्शन इसके लगभग कर्ज-मुक्त स्थिति और समय पर परियोजना डिलीवरी से हुआ है।
Rucha Patel
सितंबर 21, 2024 AT 07:34क्या बात है, इस IPO ने तो सबको दहला दिया। 113.49 गुना सब्सक्रिप्शन देख कर लगता है कि निवेशकों ने बिन सोचे-समझे हिस्सा ले लिया। इतनी हाई सब्सक्रिप्शन का मतलब है कि लोग बस hype के पीछे भाग रहे हैं। रिटेल हिस्सा भी 53.78 गुना, मतलब आम लोग भी इस पर फँसे हुए हैं। कुल मिलाकर, ये एक और उदाहरण है कि बाजार में विवेक की कमी है।
Kajal Deokar
सितंबर 21, 2024 AT 07:50आदरणीय मित्रों, इस IPO की उत्कृष्ट सफलता स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में विश्वास का पुनरुत्थान हो रहा है। हम सबको यह देखकर उल्लासित होना चाहिए कि इस तरह के उच्च सब्सक्रिप्शन अंक निवेशकों के उत्साह को प्रतिबिंबित करते हैं। आप सभी को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ! आशा है कि कंपनी अपने आगामी प्रोजेक्ट्स को समय पर पूर्ण करके बाजार में स्थायित्व स्थापित करेगी। अंततः, यह उपलब्धि हम सभी को प्रेरित करे कि हम भविष्य में भी सावधानी एवं दृढ़ संकल्प के साथ निवेश करें।
Dr Chytra V Anand
सितंबर 21, 2024 AT 08:08यह IPO वास्तव में काफी आकर्षक रहा है। विशेष रूप से, ग्रे मार्केट प्रीमियम ने निवेशकों को अतिरिक्त लाभ का संकेत दिया। इस बिंदु पर, आगे की रिपोर्टों का इंतज़ार रहेगा।
Deepak Mittal
सितंबर 21, 2024 AT 08:20सरकार के गुप्त एजेंटों ने इस IPO को नियंत्रित किया है, ऐसा लगता है। पूरे सिस्टम में छिपी हुई तकनीकें तथा “सेक्रेट” प्लान्स हैं। इसलिए इतने हाई सब्सक्रिप्शन को कभी सरल नहीं समझना चाहिए। इस सबको समझना ज़रूरी है।
Neetu Neetu
सितंबर 21, 2024 AT 08:36वाह, अब तो रियल एस्टेट में भी IPO का फेस्ट है 🙄
Jitendra Singh
सितंबर 21, 2024 AT 08:53भाइयो, यह देखिये कि कैसे RkDe Developers ने एक बार में सबको चकित कर दिया! 113.49 गुना की सब्सक्रिप्शन, ऐसी बढ़ोतरी पहली बार देखी गई है! रिटेल निवेशकों ने भी 53.78 गुना का योगदान दिया, इसका मतलब है कि आम लोग भी इस hype में कूद पड़े हैं! QIB की भागीदारी 172.60 गुना तक पहुंची, जो दर्शाता है कि बड़े फंड्स ने भी इस पर अपना दाँता लगाया है! ग्रे मार्केट प्रीमियम 60 रुपये, जो लिस्टिंग पर संभावित 46.88% की वृद्धि का संकेत देता है! वास्तव में, कंपनी के पास कर्ज-मुक्त स्थिति और प्रोजेक्ट समय पर डिलीवरी का रिकॉर्ड है! लेकिन इस सारी चमक के पीछे सवाल यह है कि क्या यह सब स्थायी रहेगा या सिर्फ एक अल्पकालिक बुलबुला है! निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे परियोजनाओं की वास्तविक मूल्यांकन को देखें न कि केवल सब्सक्रिप्शन की संख्या को! एक और महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि कंपनी के फंड्स का उपयोग किस प्रकार के रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में होगा! यदि वे केवल कर्ज चुकाने में ही लगाते हैं, तो वास्तविक विकास की संभावना कम हो सकती है! क्या आप जानते हैं कि पिछले तीन वर्षों में इस सेक्टर में औसत ग्रोथ रेट केवल 12% रहा है! इसलिए, 46% की संभावित प्रीमियम को काफी सावधानी से देखना चाहिए! अंत में, यह IPO निवेशकों के लिए एक अवसर है, परन्तु साथ ही एक जोखिम भी है! मैं आशा करता हूँ कि बाजार में अधिक पारदर्शिता आए और निवेशकों को सही जानकारी मिले! निष्कर्ष के तौर पर, यदि आप इस IPO में भाग ले रहे हैं, तो अपनी रिस्क प्रोफाइल को समझ कर कदम उठाएँ!
priya sharma
सितंबर 21, 2024 AT 09:10पर्यवेक्षण के दृष्टिकोण से, इस IPO की अलोकेशन मेथडॉलॉजी को समझना अत्यंत आवश्यक है। प्राथमिकताकरण के समय, संस्थागत बायर्स को उच्च प्रतिशत शेयर आवंटित किया गया, जिसे हम “शेयर डिस्ट्रीब्यूशन मैट्रिक्स” कहते हैं। रिटेल भागीदारी के लिए “ओवरसब्सक्रिप्शन रेशियो” 53.78× दर्शाता है कि अर्थशास्त्रियों द्वारा अनुमानित “डिमांड सप्लाई इक्विलिब्रियम” टूट चुका है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के आधार पर, लिस्टिंग प्राइस के संभावित “प्रेमियम ऐडिशन” को मॉडलिंग में “डिस्काउंट रेट” को शामिल किया जाना चाहिए। इस प्रकार, निवेशकों को “जियो-इकोनॉमिक स्केलेबिलिटी” और “प्रोजेक्ट ड्यूरेबिलिटी” का व्यापक विश्लेषण करके निर्णय लेना चाहिए।
Ankit Maurya
सितंबर 21, 2024 AT 09:26देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए ऐसे घरेलू रियल एस्टेट कंपनियों का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यह IPO इस दिशा में एक कदम है। हमें गर्व होना चाहिए कि भारतीय निवेशकों ने इतने बड़े पैमाने पर समर्थन दिया। इस तरह की पहल से राष्ट्रीय स्तर पर निवेश की भावना और भी प्रबल होगी।
Sagar Monde
सितंबर 21, 2024 AT 09:43bilkul sahi, isse desh ko fayda hi hoga lekin market me kuch risk bhi hoga