सुपर‑4 में हार के बाद भी श्रीलंका का एशिया कप 2025 फाइनल तक पहुँचने का रास्ता

सुपर‑4 में Sri Lanka की वर्तमान स्थिति
एशिया कप 2025 के सुपर‑4 चरण में पाँच टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ एक-एक मैच खेला है। पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, अफगानिस्तान और श्रीलंका इस चरण में शामिल हैं। शेष दो मैचों के बाद, श्रीलंका के पास 2 अंक हैं, जबकि भारत के पास 6, पाकिस्तान के पास 4 और बांग्लादेश के पास 4 अंक हैं।
श्रीलंका ने दोनों महत्त्वपूर्ण मैचों में हार झेली – पहले पाकिस्तान के खिलाफ 5 विकेट से, फिर बांग्लादेश के खिलाफ 6 रन से। इस कारण उनकी नेट रन रेट (NRR) भी नकारात्मक हो गई है, जो टाई‑ब्रेक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

फाइनल तक पहुँचने की संभावनाएँ
बिंदु तालिका और शेष मैचों की संख्या को देखते हुए, श्रीलंका के पास दो मुख्य रास्ते हैं:
- भारत को अपने अगले दो मैचों में से कम से कम एक में हारना पड़ेगा, जिससे भारत का अंक 6 से 8 तक नहीं बढ़ेगा।
- पाकिस्तान और बांग्लादेश को भी पारस्परिक मुकाबले में कम अंक मिलना चाहिए; यदि दोनों में से एक या दोनों ही हारें, तो अंक तालिका में अंतर काफी घट जाता है।
विशेष रूप से, यदि भारत बांग्लादेश या पाकिस्तान के खिलाफ हारता है और बांग्लादेश‑पाकिस्तान मैच में किसी एक टीम को केवल एक जीत मिलती है, तो श्रीलंका की नेट रन रेट में सुधार के साथ फाइनल में जगह बना सकती है।
टीम को अब अपने शेष दो मैचों में अति‑आक्रमण खेलना होगा। बल्लेबाजी में तेज़ गति और विकेट‑फ्री स्कोरिंग, और गेंदबाज़ी में एकरक़ी रणनीति अपनाकर वे नेट रन रेट को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकते हैं। अगर शेष मैचों में वे दो शून्य‑ओवरों के भीतर 150 रन बनाते हैं और विरोधी को 120 से कम पर रख लेते हैं, तो अंक तालिका में कोई भी बदलाव उनकी स्थितियों को नहीं बदल पाएगा।
इसी बीच, भारत को अपने आधी‑क्षेत्र में दबाव का सामना करना पड़ेगा। यदि वे शीर्ष चार में से बाहर निकलते हैं, तो सुपर‑4 की फॉर्मूला के अनुसार फाइनल के लिए नई टीमें चयनित होंगी, जिससे श्रीलंका को अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है।
अंततः, यह कहा जा सकता है कि श्रीलंका के लिए फाइनल तक पहुँचने का रास्ता अभी कठिन है, परन्तु टूरनामेंट के अंतिम दो दिवसों में होने वाली किसी भी अप्रत्याशित जीत या नेट रन रेट में बदलाव उन्हें फाइनल की ओर ले जा सकता है। इस सीजन में वे Asia Cup 2025 के सबसे बड़ी प्रत्याशा बन सकते हैं, अगर वे अपने शेष मैचों को पूरी ताकत से खेलते हैं।