सुजलॉन के शेयर में 5% उछाल: पहली तिमाही में लाभ तिगुना, सात साल का उच्चतम डिलीवरी स्तर
जुल॰, 23 2024
सुजलॉन का बेहतरीन वित्तीय प्रदर्शन
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने इस साल की जून तिमाही में शानदार वित्तीय परिणाम घोषित किए। कंपनी ने अपनी पहली तिमाही के लाभ में तिगुनी वृद्धि दर्ज की जो वर्ष 2022 की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक थी। पिछले साल की तिमाही में जहां कंपनी का शुद्ध लाभ ₹101 करोड़ था, वहीं यह इस वर्ष की पहली तिमाही में बढ़कर ₹302 करोड़ हो गया।
कंपनी का कुल राजस्व भी लगभग 50% बढ़कर ₹2,016 करोड़ हो गया, जोकि पिछले साल की तिमाही के ₹1,348 करोड़ से काफी अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के प्रमुख पवन टर्बाइन जनरेटर व्यवसाय के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण संभव हो पाई, जहां राजस्व लगभग 90% बढ़कर ₹1,496 करोड़ हो गया। यह कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो इसे उद्योग में महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करती है।
सात साल की सबसे ऊंची डिलीवरी
इस तिमाही में, सुजलॉन ने अपने पवन टर्बाइन जनरेटर की डिलीवरी में पिछले सात वर्षों का सबसे ऊंचा स्तर हासिल किया। कंपनी ने कुल 274 मेगावाट की डिलीवरी की, जो इसके पहले की तुलना में बहुत अधिक है। यह वृद्धि दिखाती है कि कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमताओं में कितना सुधार किया है और वे अपने ग्राहकों की मांगों को पूरा करने में कितनी सक्षम हैं।
ईबीआईटीडीए में सुधार
कंपनी ने अपने अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमोर्टाइज़ेशन (ईबीआईटीडीए) में 95% की वृद्धि दर्ज की, जो अब ₹354 करोड़ पर है। ईबीआईटीडीए मार्जिन भी लगभग 400 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 17.5% हो गया जो पहले 13.45% था। यह सुधार कंपनी की लागत प्रबंधन और प्रभावी रणनीतियों का परिणाम है।
विंड टर्बाइन जनरेटर व्यवसाय में वृद्धि
सुजलॉन के विंड टर्बाइन जनरेटर व्यवसाय में विशेष रूप से उनकी 3.x MW S144 सीरीज का उच्च प्रदर्शन देखा गया। यह कंपनी के लिए लाभकारी साबित हुआ क्योंकि इस तिमाही में महत्वपूर्ण संख्या में इनकी डिलीवरी की गई। इससे कंपनी को अपने उत्पादों की तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिली।
आदेश-पुस्तक में बढ़ोतरी
इस तिमाही के अंत में, सुजलॉन ने अपनी सबसे बड़ी आदेश-पुस्तक दर्ज की जो 3.8 गीगावाट पर पहुंच गई। यह परिज्ञान दर्शाता है कि कंपनी आने वाले समय में अपनी उत्पादन क्षमताओं को और बढ़ाने के लिए मजबूत स्थिति में है। सुजलॉन ग्रुप के उपाध्यक्ष, गिरीश टांटी ने बताया कि कंपनी अपने मौजूदा ऑर्डर-पुस्तक को सेवा देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ब्रोकरेज फर्म का प्रोजेक्शन
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने हाल ही में सुजलॉन के प्लांट की यात्रा के बाद स्टॉक पर ₹58 का प्राइस टारगेट प्रोजेक्ट किया है। इस खबर के बाद मंगलवार को शुरुआती ट्रेडिंग में सुजलॉन के शेयर 5% अपर सर्किट में लॉक हो गए।
समग्र रूप से, सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड की इस तिमाही की वित्तीय प्रदर्शन ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि कंपनी उद्योग में एक मजबूत स्थान पर है और आने वाले समय में और भी सफलता प्राप्त करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
Nikhil Shrivastava
जुलाई 23, 2024 AT 21:40सुजलॉन का जबरदस्त प्रदर्शन, सुन के मज़ा आ गया!
Aman Kulhara
जुलाई 23, 2024 AT 22:40उन्नत आय-व्यय डेटा वास्तव में आश्चर्यजनक है, विशेषकर EBITDA में 95% की वृद्धि, जो कंपनी की लागत प्रबंधन कुशलता को दर्शाती है; साथ ही पवन टर्बाइन डिलीवरी में सात साल की सर्वाधिक मात्रा, यह उल्लेखनीय है।
ankur Singh
जुलाई 23, 2024 AT 23:40सिर्फ हाई-फैंसी नंबर नहीं, असली मायने में प्रॉफिट का असली इस्तेमाल नहीं दिख रहा; मार्केट अहेडरनिंग का ये झूमना अस्थायी ही रहेगा।
Aditya Kulshrestha
जुलाई 24, 2024 AT 00:40देखिए, सुजलॉन के 3.x MW S144 जनरेटर की तकनीक उनके प्रतिस्पर्धियों से दो गुना अधिक कार्यकुशल है 😊; इसलिए ऑर्डर बुक का विस्तार अनिवार्य है।
Sumit Raj Patni
जुलाई 24, 2024 AT 01:40भाईयो और बहनो, यह आंकड़े सुनके ऐसा लगता है जैसे सुजलॉन ने अपना इन्जिन पूरी तरह हाई-टर्बो मोड पर लगा दिया हो-अब कोई भी दाउडंग नहीं कर सकता!
Shalini Bharwaj
जुलाई 24, 2024 AT 02:40मैं सोचती हूँ कि इस रपट को देख कर निवेशकों को तुरंत खरीदना चाहिए, देर नहीं करनी चाहिए।
Chhaya Pal
जुलाई 24, 2024 AT 03:40सुजलॉन की इस तिमाही की सफलता कई पहलुओं में बहु-आयामी है,
सबसे पहले वित्तीय परिणामों की बात करें तो लाभ में तिगुना इज़ाफ़ा एक बड़ा संकेत है,
यह इज़ाफ़ा न केवल कंपनी के प्रबंधन के सही फैसलों को दर्शाता है, बल्कि भारतीय ऊर्जा बाजार में पवन ऊर्जा की बढ़ती माँग को भी प्रतिबिंबित करता है,
पिछले साल की तुलना में राजस्व में 50% की वृद्धि अत्यंत प्रभावशाली है,
खास तौर पर पवन टर्बाइन जनरेटर सेक्टर में 90% की वृद्धि को देखिए, यह दर्शाता है कि तकनीकी नवाचार और उत्पादन क्षमता दोनों में सुधार हुआ है,
इस बढ़ती डिलीवरी को समर्थन देने के लिए कंपनी ने अपनी सप्लाई चेन को भी मजबूत किया है,
सात साल की सबसे ऊँची डिलीवरी संख्या 274 MW दर्शाती है कि कंपनी के फॅक्ट्री और लॉजिस्टिक्स दोनों ने अपने परफॉर्मेंस को स्केल किया है,
साथ ही यह आँकड़ा निवेशकों को विश्वास दिलाता है कि सुजलॉन अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाते रहेंगे,
अब जब ऑर्डर‑बुक 3.8 GW तक पहुंच गई है, तो भविष्य की डिलीवरी क्षमता और भी अधिक आशाजनक दिखती है,
ब्रोकरेज फर्म द्वारा ₹58 का टारगेट सेट करना इस सकारात्मक धारा को और तेज करने का काम कर रहा है,
बाज़ार में इस तरह की सकारात्मक प्रतिक्रिया अक्सर शेयरों को स्थायी रूप से ऊँचा रखती है,
हालांकि, बाहरी कारकों जैसे नीतिगत बदलाव और कच्चे माल की कीमत में उतार‑चढ़ाव को भी ध्यान में रखना होगा,
कुल मिलाकर, सुजलॉन की इस तिमाही की उपलब्धियों को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि कंपनी का भविष्य उज्ज्वल और स्थिर दिशा में है।
Naveen Joshi
जुलाई 24, 2024 AT 04:40वाह, इतने सारे पॉइंट्स पढ़कर लग रहा है कि सुजलॉन ने सच में मैन्यूवरिंग की बारीकी से खेला है। मैं भी इस दिमाग में बातों को जोड़ते हुए कहूँ तो अगर ये ट्रेंड चलता रहा तो अगले साल तो और भी बड़ी खबरें आने वाली हैं।