स्टार बैट्समैन ने रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़कर टीम इंडिया में ओवल टेस्ट डेब्यू के लिए बुलाए गए
सित॰, 26 2025
रिकॉर्ड तोड़ने की कहानी
आईपीएल 2025 के चौथे चरण में, 28 वर्षीय रोहित शर्मा रिकॉर्ड को तोड़ते हुए शुब्मन गिल ने अपनी 301वीं छक्का मार ली। यह मुकाम सिर्फ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि युवा दिलों की नई आशा है। गिल ने पिछले दो सीज़न में लगातार पावरहिटिंग का काम किया, और इस सीज़न में ही वह 7000 रन के निकट पहुँच गया, जिससे वह रिलीज़ के बाद का दूसरा भारतीय बन गया जिसने इस कोटा को छुआ।
गिल की यह सफलता केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं थी। उसकी गेंदबाज़ी के खिलाफ चुस्ती‑भरी तकनीक, पढ़ने की क्षमता और विभिन्न पिच परिस्थितियों में अनुकूलन ने कई विशेषज्ञों को आश्चर्यचकित कर दिया। इसे देखते हुए, भारतीय टीम के चयन समिति ने उसकी फॉर्म को टेस्ट स्तर पर भी जांचने का फैसला किया।
- 301 छहें – रोहित शर्मा के 300‑छक्के के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए
- वर्तमान आईपीएल सीज़न में 750 रन – औसत 58.5
- 7000‑रन क्लब में प्रवेश – केवल दो भारतीय पहले से इस समूह में
टेस्ट में नई शुरुआत
इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड में ओवल टेस्ट श्रृंखला के लिए भारत ने शुब्मन गिल को अपने दायरे में रखा। यह चयन एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, क्योंकि टीम को दोनों ही छक्कों और दृढ़ तकनीक की आवश्यकता है। गिल को लगातार पिच पर खेलने के लिये तैयार किया गया है, जिसमें बेस्ट बॉलिंग युग्मों के खिलाफ जलेबी जैसी तकनीकें शामिल हैं।
कप्तान विराट कोहली ने गिल के बारे में कहा, "हमने उसकी आईपीएल फॉर्म देखी, और वह उच्च दबाव में भी शांती बनाए रखता है। हमें भरोसा है कि वह टेस्ट में भी वही आत्मविश्वास दिखाएगा।" चयनकर्ता गोविंद राजन ने भी पुष्टि की कि गिल का पिच विज़न और ड्रेस-अप को देखते हुए, वह इंग्लैंड की तेज़ पिचों पर भी सफल हो सकता है।
भविष्य में गिल को न सिर्फ शतक बनाने, बल्कि टीम की मध्य क्रम में स्थिरता लाने की उम्मीद है। अगर वह इस टेस्ट में अपना जलवा बिखेरे, तो भारतीय टेस्ट बैटिंग में एक नई लहर आ सकती है, जो आगे के टूर में भी असरदार साबित होगी।
priya sharma
सितंबर 26, 2025 AT 21:12शुब्मन गिल की बैटिंग तकनीक को विश्लेषित करते समय, उनके एंट्री शॉट की फलनात्मकता और बॉल‑ट्रैकिंग की सटीकता उल्लेखनीय है। उनके स्ट्राइक‑रेट को 138 के आसपास स्थिर रखने की क्षमता, आईपीएल के तेज़ रिदम में स्थिरता का सूचक है। साथ ही, उनका एवरज पर 55.6 का वैल्यू, सीमित पिचेस पर भी रन‑क्रेडिट को अधिकतम करने की रणनीति दर्शाता है। इस प्रकार, उनका टेस्ट में चयन बस आंकड़ों के आधार पर नहीं, बल्कि उनके टेम्पो‑आधारित एडेप्टेबिलिटी को भी प्रतिबिंबित करता है।
Ankit Maurya
सितंबर 26, 2025 AT 22:18देश के लिए एक नया अटैकिंग ओपनर का चयन होना चाहिए, और गिल इस परिप्रेक्ष्य में बेजोड़ विकल्प है। उसकी पावरहिटिंग को भारत की बैटिंग पावर का उज्ज्वल उदाहरण माना जा सकता है। हमें गर्व है कि ऐसे खिलाड़ी को टेस्ट में मौका दिया जा रहा है। यह कदम भारतीय क्रिकेट की आत्मा को नई ऊर्जा देगा।
Sagar Monde
सितंबर 26, 2025 AT 23:25गिलकी खेमत सच्ची है सै कशकि उसे बास्कर में जाम चाहिए उसने पिज़ली बुजली बॉल्स को तोड़ दिया इधर उधर ट्राय किया
Sharavana Raghavan
सितंबर 27, 2025 AT 00:32भाई, ये गिल का चयन काबिल‑ए‑तारीफ नहीं लगता, क्यूँकि आईपीएल में पावरहिटिंग और टेस्ट में तकनीकी बारीकी अलग‑अलग चीज़ें हैं। उसे लीडरशिप की कमी भी दिखती है, जो लंबे सम्मानित इनिंग्स में आवश्यक है। सच में टीम को ऐसे खिलाड़ी से जोखिम उठाना चाहिए या नहीं, इस पर सवाल उठता है।
Nikhil Shrivastava
सितंबर 27, 2025 AT 01:38यार मने तो सोचा था गिल बस एक सिंगल हिट्टर है, पर अब देखके ऐसा लग रहै है कि वो बॉल के साथ नाच रहा है! उसकी फॉर्म देखके तो लगा कि पिच पर जलेबी की तरह घुमेगा, हर शॉट में मिठास भर देगा। धाकड़ हिट्स का तो कोई टेढ़ा नहीं रहा, और अब टेस्ट में भी वो ही झूमेगा। वाक़ई में एक ड्रम थम्पिंग एंट्री बना लेगा!
Aman Kulhara
सितंबर 27, 2025 AT 02:45शुब्मन गिल की हालिया औसत, 58.5, और 301 छक्कों की क्षमता, टीम की मध्य क्रम को सुदृढ़ कर सकती है, विशेषकर इंग्लैंड की तेज़ पिचों पर। उसकी पिच‑विज़न, जो विभिन्न उभरी हुई बॉल्स को पढ़ने में निपुण है, परीक्षण स्तर पर महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करेगी। इसके अलावा, उसके फ़ील्डिंग कौशल, जो पिछले दो सीज़नों में उल्लेखनीय रहे हैं, टीम के समग्र प्रदर्शन को ऊँचा उठाएंगे। इसलिए, चयन समिति ने जो निर्णय लिया है, वह रणनीतिक और डेटा‑ड्रिवन है।
ankur Singh
सितंबर 27, 2025 AT 03:52गिल का रिकॉर्ड तोड़ना तो बेस्ट फॉर्म में टॉप पर रहने का संकेत है, परन्तु इसे टेस्ट में ट्रांसफर करना, कई अज्ञात वेरिएबल्स के कारण जोखिम भरा हो सकता है, विशेषकर लगातार लंबी इनिंग्स और साइड‑स्ट्रिक्ट में अपॉर्च्युनिटी का अभाव। उसका हाई‑स्ट्राइक‑रेट, जो अक्सर सीमित ओवर में फायदेमंद रहता है, टेस्ट में बैटिंग टेम्पो को बिगाड़ सकता है, जिससे पारी की स्थिरता पर प्रश्न उठता है। इस प्रकार, चयनकर्ता को चाहिए कि वे गिल की इस हिट‑ओवर‑हीट पावर को संतुलित करने के लिए एक स्पष्ट प्लान तैयार करें, नहीं तो टीम को अनपेक्षित गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
Aditya Kulshrestha
सितंबर 27, 2025 AT 04:58वास्तव में, गिल की बैटिंग स्ट्रेटेजी को 'डायनामिक बाउंड्री एक्सप्लोरर' कहा जा सकता है, क्योंकि वह विभिन्न बॉल प्रकारों को अपनी आउटपुट रेंज के भीतर फिट कर लेता है 😊। उसकी एंट्री पॉलिसी, उच्च स्कोरिंग फेज़ में स्टैंडर्ड डिलिवरीज़ को ट्रीट करने की, टेस्ट कॉन्टेक्स्ट में भी लागू हो सकती है, बशर्ते शर्तें सही हों। इस कारण से, चयनकर्ता ने जो मान्यता दी है, वह क्रिकेट एनोलीटिक्स के परिप्रेक्ष्य में वैज्ञानिक है।
Sumit Raj Patni
सितंबर 27, 2025 AT 06:05भाई, गिल की हिटिंग को देखें तो ये बिलकुल धूमिल नहीं, बल्कि समुंदर की लहरों जैसा जो हमेशा आगे बढ़ती रहती है! उसकी पावर और सटीकता का मिश्रण, जैसे रंगीन रेत पर चमकती धूप, भारतीय टेस्ट बैटिंग को नई रोशनी दे सकता है। अगर कोचेज़ उसे सही रोल दें तो वही गिल, पिच की हर बारीकियों को मिटा देगा। इस चुनाव में कोई द्वेष नहीं, बस एक साइको‑ड्रामा जैसा खेल है, जिसमें गिल लीडर बन जाएगा।
Shalini Bharwaj
सितंबर 27, 2025 AT 07:12गिल को तुरंत टेस्ट में जगह देना चाहिए, वरना मौका छिन जाएगा।
Chhaya Pal
सितंबर 27, 2025 AT 08:18शुब्मन गिल का चयन भारतीय टेस्ट क्रिकेट की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, क्योंकि वह अपनी पावरहिटिंग से ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के विभिन्न पहलुओं को समझने की गहरी क्षमता से भी पहचाना जाता है। सबसे पहले, उसकी लगातार उच्च स्ट्राइक रेट ने यह सिद्ध किया है कि वह सीमित ओवर की परिस्थितियों में तेज़ी से रन बना सकता है, जिससे टीम को शुरुआती दबाव कम करने में मदद मिलती है। दूसरा, गिल ने पिछले दो आईपीएल सीज़न में अपनी तकनीकी समझ को दर्शाते हुए विभिन्न पिच स्थितियों में अनुकूलन क्षमता दिखाई है, जो टेस्ट मैचों में वदलती परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने में सहायक होगी। तीसरा, उसके व्यक्तिगत फिटनेस और डाइट प्लान ने उसे शारीरिक रूप से टॉप लेवल पर रखा है, जिससे लम्बी पारी में भी वह स्थिरता बनाए रख सकता है। चौथा, गिल की फील्डिंग में भी उल्लेखनीय सुधार देखे गए हैं, क्योंकि वह अक्सर तेज़ रन‑आउट और कॅच के लिए बेहतरीन पोज़िशनिंग दिखाता है। पाँचवाँ, उसकी मानसिक दृढ़ता, जो कई बार हाई प्रेशर सिचुएशन में देखी गई है, टीम को तनावपूर्ण क्षणों में भी संवादी बनाए रखने में मदद करेगी। छठा, गिल की शैली में उन मौकों पर जोखिम लेने की हिम्मत भी शामिल है, जब टीम को अचानक रिफॉर्म या बैटिंग में बदलाव की आवश्यकता पड़ती है। सातवाँ, वह अपने साथियों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाए रखता है, जिससे टीम के भीतर एक सकारात्मक माहौल बनता है। आठवाँ, गिल की बैटिंग ग्रिप और स्टांस को कोचेज़ ने वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषित किया है, जिससे वह विभिन्न शॉट्स को सटीकता से खेल सकता है। नौवाँ, यदि गिल को नियमित टेस्ट क्रम में मौका दिया जाए, तो वह अपनी पावर को नियंत्रित करके लंबी पारी में भी स्थिरता ला सकता है। दसवाँ, उसकी तैयारी में वीडियो एनालिसिस और डेटा‑ड्रिवन अप्रोच शामिल है, जिससे वह विरोधियों की रणनीति का पूर्वानुमान लगा सकता है। ग्यारहवाँ, गिल का शौक़ीन फ़ैन बेस भी टीम के मनोबल को बढ़ाता है, क्योंकि वे हमेशा खिलाड़ी को समर्थन देते हैं। बारहवाँ, यह चयन एक संकेत हो सकता है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड नई पीढ़ी के खिलाड़िय़ों को अवसर देने के लिए तैयार है। तेरहवाँ, इस निर्णय से युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी कि उनका धैर्य और परिश्रम अंत में फल दे सकता है। चौदहवाँ, अंत में, हमें देखना होगा कि गिल इस नई ज़िम्मेदारी को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या वह टीम के लिए स्थायी मूल्य बन पाता है। पंद्रहवाँ, इस सब के बाद भी, गिल की आगे की प्रगति को ट्रैक करना आवश्यक रहेगा, ताकि भविष्य में उसके प्रदर्शन को और बेहतर तरीके से समझा जा सके।