महेश बाबू का गर्व: बेटे गौतम घट्टामनेनी का इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हैदराबाद से स्नातक

महेश बाबू का गर्व: बेटे गौतम घट्टामनेनी का इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हैदराबाद से स्नातक मई, 27 2024

महेश बाबू का गर्व: बेटे गौतम घट्टामनेनी का इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हैदराबाद से स्नातक

तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध अभिनेता महेश बाबू अपने बेटे गौतम घट्टामनेनी की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं। हाल ही में गौतम ने इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हैदराबाद (ISH) से अपनी शिक्षा पूरी की है और इस महत्वपूर्ण अवसर पर महेश बाबू, उनकी पत्नी नम्रता शिरोडकर और बेटी सितारा घट्टामनेनी उपस्थित थे।

यादगार स्नातक समारोह

स्नातक समारोह के दौरान परिवार के सदस्यों के चेहरे पर गर्व और खुशी की झलक साफ दिखाई दे रही थी। महेश बाबू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक संदेश साझा किया जिसमें उन्होंने अपने बेटे को बधाई दी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने लिखा कि यह उनके परिवार के लिए एक बहुत ही गर्व का क्षण है और उन्होंने गौतम को अपने सपनों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

नम्रता शिरोडकर का संदेश

महेश बाबू की पत्नी और पूर्व अभिनेत्री नम्रता शिरोडकर ने भी इस अवसर पर अपनी भावनाएं सोशल मीडिया पर व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि गौतम ने अपनी मेहनत और समर्पण के साथ यह मुकाम हासिल किया है। नम्रता ने अपने बेटे को सच्चे दिल से विश्वास करने और अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखने की सलाह दी।

गौतम का न्यूयॉर्क में भविष्य

गौतम के इस महत्वपूर्ण पढ़ाई के पड़ाव के बाद, अब वह अपने उच्च शिक्षा के सफर के लिए न्यूयॉर्क जाने की तैयारी में हैं। यह उनके जीवन का एक नया अध्याय होगा और उनके परिवार को पूरा विश्वास है कि वह इस नए वातावरण में भी सफलता की नई ऊँचाइयों को छुएंगे।

महेश बाबू की आगामी फिल्में

वहीं दूसरी ओर, महेश बाबू भी अपने फिल्मी कैरियर में व्यस्त हैं। उन्होंने हाल ही में संक्रांति के अवसर पर रिलीज हुई फिल्म 'गुंटूर कारम' में मुख्य भूमिका निभाई थी जिससे दर्शकों के दिलों में एक बार फिर उन्होंने जगह बना ली। अब महेश बाबू प्रसिद्ध निर्देशक एसएस राजामौली की आगामी फिल्म, जिसे अस्थायी तौर पर SSMB29 का नाम दिया गया है, की तैयारी में जुटे हुए हैं।

महेश बाबू ने अपने बेटे की सफलता और अपने आगामी प्रोजेक्ट्स के बीच संतुलन बनाते हुए अपने परिवार को पूरा समय दिया है। यह उनके लिए एक बहुत ही खुशी का और उत्साहजनक दौर है। महेश बाबू और उनके परिवार की यह कहानी यह दिखाती है कि मेहनत, समर्पण और परस्पर समर्थन के साथ किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है।

इस प्रकार महेश बाबू और उनके परिवार का यह सफर अनेक लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा, जिससे वे भी अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रेरित होंगे।