लेह के मुख्य बाजार में सामाजिक कल्याण कार्यालय ने किया नशा मुक्ति जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब का आयोजन

लेह के मुख्य बाजार में सामाजिक कल्याण कार्यालय ने किया नशा मुक्ति जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब का आयोजन अग॰, 16 2024

लेह में नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब: नशा मुक्ति के लिए एक अनूठी पहल

लेह के मुख्य बाजार में एक अनूठा और जीवंत दृश्य देखने को मिला जब जिला सामाजिक कल्याण कार्यालय ने नशा मुक्ति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब का आयोजन किया। यह आयोजन आम लोगों को नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करने और ड्रग्स के खतरों के प्रति सतर्क करने के लिए किया गया था।

इस प्रमुख कार्यक्रम में लेह के विभिन्न कलाकारों और स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। नुक्कड़ नाटक, जो एक प्रकार की सड़क नाटक की प्रस्तुति होती है, स्थानीय थियेटर समूह द्वारा किया गया। इस नाटक में नशे से पीड़ित लोगों और उनके परिवारों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को प्रमुखता से दिखाया गया।

उद्योग और युवा पीढ़ी की भागीदारी

इस आयोजन में फ्लैश मोब भी शामिल था। फ्लैश मोब एक संगठित लेकिन अचानक होने वाला नृत्य प्रदर्शन होता है, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के लोगों ने हिस्सा लिया। इस फ्लैश मोब का उद्देश्य आम जनता का ध्यान आकर्षित करना और नशा मुक्ति का संदेश प्रभावी तरीके से पहुंचाना था।

कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने एक समन्वित नृत्य प्रदर्शन प्रस्तुत किया, जिसने मौके पर मौजूद दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें नशा मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूक किया।

उद्घाटन और समापन

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन लेह के जिला आयुक्त, संतोष सुर्खदेवे द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति के लिए सामुदायिक सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने जिला सामाजिक कल्याण कार्यालय और प्रतिभागियों के इस अनूठे प्रयास की सराहना की।

इसके बाद, लेह के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी सभा को सम्बोधित करते हुए उपलब्ध नशा मुक्ति सेवाओं और पुनर्वास केंद्रों की जानकारी दी।

कार्यक्रम का समापन जागरूकता पम्फलेट्स के वितरण के साथ हुआ, जिसमें जनता से नशा मुक्ति प्रयासों का समर्थन करने और नशे के खिलाफ सतर्क रहने की अपील की गई।

नार्को को-ऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD) योजना का हिस्सा

यह पहल नार्को को-ऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD) योजना का एक हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में नशा मुक्ति और ड्रग्स के खिलाफ समन्वित प्रयासों को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से नशा मुक्ति कार्यक्रमों और गतिविधियों को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है।

सामाजिक कल्याण कार्यालय की यह पहल न केवल लेह के लोगों में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही है, बल्कि इस क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ एक मजबूत और समर्पित सामुदायिक प्रयास को भी प्रोत्साहित कर रही है।

स्थानीय कलाकारों का योगदान

नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब के सफल आयोजन में स्थानीय थियेटर समूह और कलाकारों का विशेष योगदान रहा। इन कलाकारों ने अपने अभिनय और नृत्य के माध्यम से नशे के खतरों को चित्रित किया और जनता को इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति जागरूक किया।

इस अभियान में भाग लेने वाले सारे कलाकार और स्वयंसेवक नशा मुक्ति के संदेश को प्रभावी तरीके से जन-जन तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके प्रयासों से यह संदेश तेजी से फैल रहा है, और अब अधिक से अधिक लोग नशा मुक्ति के प्रति जागरूक हो रहे हैं।

नशा मुक्ति के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया

मंचस्थल पर उपस्थित दर्शकों ने भी नाटक और फ्लैश मोब का खुलकर समर्थन किया। लोगों ने इस तरह के आयोजनों को समय की मांग बताते हुए, इसे एक सकारात्मक और जागरूकता बढ़ाने वाला कदम मानाया। उनकी प्रतिक्रियाएं दर्शा रही थी कि नशा मुक्ति के प्रति जनता का रुख काफी सकारात्मक है और वे इस दिशा में और भी कदम उठाने को तैयार हैं।

भविष्य के प्रयासों की रूपरेखा

लेह जिला सामाजिक कल्याण कार्यालय ने इस आयोजन को केवल एक शुरुआत बताते हुए, भविष्य में और भी कई योजनाएं और कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य जनता में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं मिलकर इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सतत प्रयासरत हैं। इस तरह के आयोजनों से यह साफ जाहिर होता है कि लेह और इसके आसपास के क्षेत्र में नशा मुक्ति के प्रयास तेजी से बढ़ रहे हैं और आने वाले समय में इसे और भी सफल और प्रभावी बनाया जाएगा।

18 टिप्पणि

  • Image placeholder

    prakash purohit

    अगस्त 16, 2024 AT 19:00

    सरकारी निकायों का ये अभिनय अक्सर दिखावे के लिए ही होता है। वास्तविक तौर पर नशे के मुद्दे में गहरी जुड़ाव नहीं दिखता। यह देखना चाहिए कि योजना‑कार्यान्वयन में कितना पारदर्शिता है।

  • Image placeholder

    Darshan M N

    अगस्त 17, 2024 AT 00:33

    लेह में नशा मुक्ति के लिए नुक्कड़ नाटक सही दिशा में कदम है, लोगों का ध्यान खींचता है.

  • Image placeholder

    manish mishra

    अगस्त 17, 2024 AT 06:06

    यह सब दिखावा है 😂 सरकारी लोग पब्लिक को दिखाने के लिए और कुछ नहीं, असली काम तो दूर‑दूर तक धुंधला रहता है।

  • Image placeholder

    tirumala raja sekhar adari

    अगस्त 17, 2024 AT 11:40

    लेह में नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मोब देख कर लगता है कि सामाजिक कल्याण विभाग ने आखिरकार कुछ ठोस किया है।
    परंतु वास्तविक प्रभाव को मापना अभी बाकी है।
    नाटक ने दर्शकों को नशा के दुष्परिणामों के बारे में कुछ हद तक जागरूक किया है।
    फिर भी, क्या यह केवल एक बार का आयोजन रहेगा या नियमित रूप से दोहराया जायेगा?
    दुर्भाग्य से, कई बार ऐसे कार्यक्रम होते हैं और फिर धीरे‑धीरे धुंधला हो जाते हैं।
    यह जरूरी है कि इस कार्यक्रम के बाद फॉलो‑अप मीटिंग्स और पुनर्वास सुविधाओं का प्रचार किया जाये।
    स्थानीय कलाकारों की भागीदारी सराहनीय है, पर उनका योगदान सिर्फ मंच पर सीमित नहीं रहना चाहिए।
    उन्हें समुदाय में निरंतर जागरूकता फैलाने के लिए ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।
    सामाजिक कल्याण कार्यालय को इस बात का रिकॉर्ड रखना चाहिए कि कितने लोग इस कार्यक्रम से प्रभावित हुए।
    डेटा की अनुपस्थिति में आगे की योजना बनाना मुश्किल हो जाता है।
    स्थानीय अस्पतालों और पुनर्वास केंद्रों को इस कार्यक्रम के साथ तालमेल बनाना चाहिए।
    ध्यान देना चाहिए कि सूचना पैम्पलेट्स में सही और विस्तृत जानकारी हो।
    यदि लोग पुनर्वास के विकल्पों से वाकिफ नहीं होते तो कार्यक्रम का प्रभाव कम रहेगा।
    अंत में, यह पहल एक सकारात्मक संकेत है, पर इसे निरंतरता और मापनीय परिणामों के साथ आगे बढ़ाना ज़रूरी है।

  • Image placeholder

    abhishek singh rana

    अगस्त 17, 2024 AT 17:13

    नक्की बात है, ऐसे कार्यक्रमों से लोगों में जागरूकता बढ़ती है। पंचायत और स्थानीय NGOs को साथ मिलकर लगातार चलाना चाहिए, ताकि प्रभाव वास्तविक हो।

  • Image placeholder

    Shashikiran B V

    अगस्त 17, 2024 AT 22:46

    बिलकुल सही, सरकार के अलावा भी कई निजी संस्थाएं इस मुहिम में मदद करनी चाहिए।

  • Image placeholder

    Sam Sandeep

    अगस्त 18, 2024 AT 04:20

    सिंथेटिक दवाओं का दुरुपयोग सिर्फ युवाओं को ही नहीं, पूरे समाज को खतरे में डालता है।

  • Image placeholder

    Ajinkya Chavan

    अगस्त 18, 2024 AT 09:53

    आपका योगदान सराहनीय है, परन्तु हमें इससे आगे भी कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है। इस प्रकार के कार्यक्रमों को निरंतरता देना ही असली बदलाव लाएगा।

  • Image placeholder

    Ashwin Ramteke

    अगस्त 18, 2024 AT 15:26

    समुदाय के बड़े हिस्से को इस मुद्दे से जूझना पड़ रहा है, तो क्यों न स्कूलों में भी छोटे‑छोटे सत्र रखें, जहाँ बच्चे भी इस बारे में सीख सकें।

  • Image placeholder

    Rucha Patel

    अगस्त 18, 2024 AT 21:00

    बच्चों को शिक्षा देना महत्त्वपूर्ण है, परन्तु बहुत सारे बातें बहुत ज़्यादा सैद्धांतिक हो जाती हैं; व्यावहारिक उदाहरणों की जरूरत है।

  • Image placeholder

    Kajal Deokar

    अगस्त 19, 2024 AT 02:33

    लेह की इस पहल को हम सभी को गले लगाना चाहिए! 🌟 यह न सिर्फ नशे के दुरुपयोग के खिलाफ एक आवाज़ उठाता है, बल्कि स्थानीय कलाकारों को भी मंच प्रदान करता है।
    समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ऐसी योजनाएँ आवश्यक हैं।
    आशा करता हूँ कि भविष्य में और अधिक कार्यक्रम आयोजित हों जो लोगों को सशक्त बनाएं।
    यह पहल हमारे युवाओं को प्रेरणा देगी और उन्हें स्वस्थ विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
    धन्यवाद सभी को जो इस मंच को संभव बनाते हैं!

  • Image placeholder

    Dr Chytra V Anand

    अगस्त 19, 2024 AT 08:06

    क्या इस आयोजन के बाद किसी फॉलो‑अप सर्वे का परिणाम उपलब्ध है? यह जानना जरूरी है कि प्रभाव कितना था।

  • Image placeholder

    Deepak Mittal

    अगस्त 19, 2024 AT 13:40

    सरकार की हर योजना के पीछे छिपी हुई एलीट एजेण्डा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इन नुक्कड़ नाटकों के पीछे क्या कोई गहराई से जुड़ी हुई साजिश है, यह सोचने लायक है।

  • Image placeholder

    Neetu Neetu

    अगस्त 19, 2024 AT 19:13

    बहुत ही साधारण प्रयास, बस फटाफट कर लिया 👀

  • Image placeholder

    Jitendra Singh

    अगस्त 20, 2024 AT 00:46

    सच कहूँ तो, यह सब क्या दिखावा है? इतने बड़े पहल का एक दिन में ही होना, यह तो असमान्य लग रहा है!!

  • Image placeholder

    priya sharma

    अगस्त 20, 2024 AT 06:20

    शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन संभव है। इस दिशा में निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है, और हमें सभी स्तरों पर सहयोग प्रदान करना चाहिए।

  • Image placeholder

    Ankit Maurya

    अगस्त 20, 2024 AT 11:53

    देश की सुरक्षा और नैतिकता को बचाने के लिए ऐसे कार्यक्रम जरूरी हैं, अन्यथा युवा पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी।

  • Image placeholder

    Sagar Monde

    अगस्त 20, 2024 AT 17:26

    अरे भाई, ये सारा नशा मुक्ति का काम तो सब मिलके करना चाहिए न कि सिर्फ एक विभाग की जिम्मेदारी।

एक टिप्पणी लिखें