झालावाड़ में अचानक तूफान और बारिश से हड़कंप, तापमान में जोरदार गिरावट

झालावाड़ में अचानक तूफान और बारिश से हड़कंप, तापमान में जोरदार गिरावट मई, 19 2025

झालावाड़ में अचानक बदला मौसम, जनजीवन प्रभावित

5 मई 2025 को झालावाड़ की सुबह जैसे हर रोज थी, लेकिन दोपहर तक मौसम ने ऐसा करवट ली कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। 20 मिनट तक चली तेज बारिश और तूफानी हवाओं ने न सिर्फ सड़कों को पानी में डुबो दिया, बल्कि पेड़ भी जगह-जगह धराशायी हो गए। बिजली के तार टूटने से कई मोहल्ले अंधेरे में डूब गए। लोगों को कुछ भी समझ नहीं आया कि इतनी जल्दी सब कुछ कैसे बदल गया।

स्थानीय प्रशासन ने पहले ही मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सतर्क किया था, लेकिन तेज हवा और बारिश का असर इतना जबरदस्त था कि कई जगहों पर इमरजेंसी सेवाओं को तुरंत तैनात करना पड़ा।

तापमान में रिकॉर्ड गिरावट, राहत और परेशानी दोनों

तापमान में रिकॉर्ड गिरावट, राहत और परेशानी दोनों

झालावाड़ व आसपास के इलाकों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही थी। लेकिन अचानक आए इस तूफान ने पारा कई डिग्री नीचे गिरा दिया। महज 20 मिनट में ऐसा मौसम बना कि लोगों की ठंड से कंपकंपी छूट गई। आसपास के जयपुर जैसे इलाकों में भी सिर्फ दो दिन पहले इसी तरह की आंधी-पानी से तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।

मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही राजस्थान में गरज-चमक, ओले और धूल भरी आंधी की चेतावनी जारी की थी। लोगों को घरों में रहने, खुले में पेड़ के नीचे या बिजली के खंभों के पास न जाने की सलाह दी गई थी। बावजूद इसके, कई जगहों पर तूफान की वजह से खेतों में खड़ी फसलें भी बह गईं और कई दुकानों के साइनबोर्ड टूट कर गिर पड़े।

  • पेड़ों के गिरने से कई रास्ते बंद हो गए।
  • बिजली बाधित रही, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी हुई।
  • अचानक हुई बारिश से शहर में पानी भर गया और लोग अपने रोजमर्रा के काम छोड़ कर फंसे रह गए।
  • प्रशासन की मुस्तैदी से तुरंत मलबा हटाने और बिजली बहाल करने का काम शुरू हुआ।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, इतनी तेज बारिश और तूफान पिछले कई महीनों से नहीं आया था। कारोबारियों को भी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि बिजली जाने से दुकानों में कामकाज रुक गया। सुबह तक जहां पारा 38-39 डिग्री था, वहां दोपहर बाद हल्की ठंड महसूस होने लगी।

ऐसा मौसम अचानक कब लौट आए, यह अब लोगों के ज़हन में घर कर गया है। जल-जमाव की समस्या और टूटी सड़कों की वजह से लोग आने-जाने में भी असुविधा झेल रहे हैं।