इंग्लैंड वुमेंस क्रिकेट कप्तान नट स्किवर‑ब्रंट बाहर, टैममी ब्यूटोन की पहली कप्तानी का मौका

इंग्लैंड वुमेंस क्रिकेट कप्तान नट स्किवर‑ब्रंट बाहर, टैममी ब्यूटोन की पहली कप्तानी का मौका सित॰, 26 2025

नट स्किवर‑ब्रंट की चोट और टीम की स्थिति

इंग्लैंड वुमेंस क्रिकेट की कप्तान, 32 साल की नट स्किवर‑ब्रंट, ब्रीस्टल में दूसरे टी20आई के दौरान बाएँ ग्रोन में मोच लेकर बाहर हो गईं। टीम ने 24 रनों से हार का सामना किया, और स्कैन ने पुष्टि की कि चोट गंभीर है, इसलिए वह शुक्रवार को द ओवल में होने वाले तीसरे मैच में नहीं खेल पाएंगी। यह खबर टीम के लिए बड़ी झटके की तरह आई, क्योंकि स्किवर‑ब्रंट न केवल कप्तान हैं, बल्कि उनके पास बैटिंग, बॉलिंग दोनों में बैकअप करने की क्षमता है।

मैदान में उनका अभाव इंग्लैंड के लिए दोहरी समस्या खड़ी करता है – नेतृत्व का संकट और एक बहुमुखी खिलाड़ी का नुकसान। टीम के मीडिया रिलेशन ऑफिसर ने कहा कि स्किवर‑ब्रंट की पूरी शृंखला में भागीदारी का फैसला मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही होगा, इसलिए अभी तक यह तय नहीं किया गया कि वह शेष दो मैचों में खेल पाएंगी या नहीं।

दूसरे टी20आई में इंग्लैंड ने शुरुआती पॉवरप्ले में तीन विकेट लिए थे, लेकिन भारत की साझेदारियों को रोक नहीं पाए। स्किवर‑ब्रंट ने इस बात पर ज़ोर दिया कि "यह अंत नहीं है" और टीम को जल्दी से रणनीति बदलनी होगी। उनका कहना था कि गेंदबाज़ी में अनुशासन पहले मैच की तुलना में बेहतर रहा, लेकिन रन ट्रैक्शन को तोड़ना अभी बाकी है।

टैममी ब्यूटोन की पहली कप्तानी और आगामी मैच की महत्ता

टैममी ब्यूटोन की पहली कप्तानी और आगामी मैच की महत्ता

स्किवर‑ब्रंट के अभाव में बैटिंग लाइन‑अप की सबसे अनुभवी खिलाड़ी, टैममी ब्यूटोन, ने कप्तानी की कमान संभाली। ब्यूटोन ने 247 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपनी स्थिरता साबित की है, लेकिन अब तक कभी कप्तान नहीं रहीं। इस अवसर को लेकर उन्होंने कहा, "मुझे गर्व है कि मैं इस अरसे में टीम का नेतृत्व करुंगी, खासकर कठिन परिस्थितियों में।" उन्होंने यह भी बताया कि कोच चार्लोट एडवर्ड्स ने सुबह ही उनसे संपर्क किया और उन्होंने तुरंत हाँ कह दिया।

कप्तानगी का फ़र्ज़ अब ब्यूटोन के हाथों में है, जबकि सोफ़िया डंकली आधिकारिक उप‑कप्तान हैं। टीम मैनेजमेंट ने ब्यूटोन को चुना क्योंकि वे जानते हैं कि इस तनावपूर्ण मोमेंट में उनका अनुभव टीम को एकजुट कर सकता है। ब्यूटोन का कहना है कि उन्हें लड़ाई का मन है और वह "एक बड़़े संघर्ष में आगे बढ़ना चाहती हैं"।

तीसरा टी20आई इंग्लैंड के लिए जीवित रहने की आख़िरी कोशिश है। सीरीज की पाँच मैचों में वे 2‑0 से पीछे हैं, और भारत को शर्त लगनी है कि वह लगातार तीसरा जीत कर शॉर्टहैंड में जीत हासिल कर लेगा। ब्यूटोन के नेतृत्व में टीम को बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में तुरंत सुधार दिखाना होगा, नहीं तो सीरीज का दांव उनके हाथ से निकल जाएगा।

इंग्लैंड के खिलाड़ी अब अपने घरेलू मैदान द ओवल की पिच पर भरोसा कर रहे हैं, जहाँ वे अक्सर उच्च स्कोर बनाते हैं। लेकिन भारत की तेज़ बॉलिंग और धैर्यपूर्ण रनों की रोकथाम ने उन्हें कठिनाई में डाल दिया है। ब्यूटोन ने टीम को बताया कि उन्हें "खेल के छोटे‑छोटे हिस्सों पर ध्यान देना होगा" – चाहे वह फील्डिंग की तीव्रता हो या बॉलिंग में वैरिएशन।

अब सवाल यह है कि स्किवर‑ब्रंट कब वापसी कर पाएंगी। मेडिकल टीम ने कहा कि पूरी स्कैन रज़ल्ट आने पर ही अंतिम फैसला लेंगे, और उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर ही निर्भर करेगा कि वह अगले दो मैचों में हिस्सा ले पाएंगी या नहीं। इस बीच, ब्यूटोन और टीम को अपने आप में नयी ऊर्जा लाकर भारत के खिलाफ इस अहम मैच में जीत की संभावना को बढ़ाना होगा।

इंग्लैंड वुमेंस क्रिकेट के इस मोड़ पर, इंग्लैंड वुमेंस क्रिकेट के प्रशंसक भी उम्मीद कर रहे हैं कि ब्यूटोन की कप्तानी में टीम एक नया जोश दिखाए और शर्त लगती स्थिति को उलट दे। यदि ब्यूटोन और उनकी टीम इस तीसरे टी20आई में जीत हासिल कर लेती है, तो शेष दो मैचों में उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ जाएगा और सीरीज को फिर से जीवंत बनाया जा सकेगा।