India vs England टेस्ट सीरीज 2025: शुबमन गिल का ऐतिहासिक प्रदर्शन, चार भारतीय टॉप-5 में
अग॰, 4 2025
शुबमन गिल की धमाकेदार बैटिंग और नया रिकॉर्ड
इंडिया बनाम इंग्लैंड 2025 टेस्ट सीरीज क्रिकेट फैंस के लिए एक ऐतिहासिक कहानी बन गई है। इस पूरी सीरीज के असली हीरो साबित हुए शुबमन गिल, जिन्होंने 10 इंनिंग्स में कुल 754 रन जड़ दिए। गिल का औसत 75.4 रहा और उनके बल्ले से 85 चौके, 12 छक्के निकले। उन्होंने विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ते हुए SENA देशों में किसी भी एशियाई बल्लेबाज का सबसे ज्यादा रन बनाने का कारनामा किया।
गिल की पारी में वो जुनून दिखा, जिसके पीछे पूरी टीम भारत खड़ी नजर आई। इतने मुश्किल विदेशी माहौल में जहां अक्सर भारतीय बल्लेबाज संकट में फंस जाते हैं, गिल ने हर मैच में आक्रामक और आत्मविश्वास से भरी पारियां खेलीं। गिल की बल्लेबाजी ने विपक्षी इंग्लिश गेंदबाजों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
भारतीय बल्ले की ताकत, इंग्लिश जवाबी हमले
टॉप-5 रन स्कोररों में शुबमन के अलावा तीन और भारतीय नाम शामिल हुए। केएल राहुल ने 532 रन बनाए, उनका औसत 53.2 रहा। ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने 516 रन ठोके, और उनका औसत सबसे ज्यादा 86 रहा, जिसमें एक दमदार शतक भी शामिल था। चौथे स्थान पर ऋषभ पंत (479 रन) रहे, जिन्होंने 77.63 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट के साथ टीम की बैटिंग को गहराई दी।
इंग्लैंड की ओर से जो रूट और हैरी ब्रूक ने ही मुकाबला किया। रूट ने 537 रन बनाए और टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए – उन्होंने रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ा। ब्रूक ने भी 481 रन जोड़े और लगातार नतीजों के बीच इंग्लिश सम्मान बचा ले गए।
- रूट की उपलब्धि सिर्फ सीरीज तक सीमित नहीं रही, बल्कि वह अब टेस्ट क्रिकेट के दिग्गजों में शामिल हो गए।
- इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने एक ही टेस्ट में शतक और 5 विकेट का अनोखा डबल हासिल किया।
- वाशिंगटन सुंदर का पहला टेस्ट शतक भी इसी सीरीज में आया, जिससे मिडिल ऑर्डर और मजबूत हुआ।
भारत की बल्लेबाजी लाइनअप ने ऐसा दबदबा दिखाया कि टॉप-5 में चार भारतीयों का नाम दर्ज हुआ। इंग्लिश कड़ी मेहनत के बावजूद वे सिर्फ रूट और ब्रूक के भरोसे टिके रहे। इस पूरे सीजन में गिल के शॉट्स से लेकर जडेजा के लाजवाब ऑलराउंडर अंदाज तक, हर मैच में कुछ नया नजारा देखने को मिला।
कोई भी सीरीज एकतरफा नहीं बनती, लेकिन इस बार भारतीयों ने टेस्ट फॉर्मेट में अपनी गहराई, फिटनेस और जज्बे से बता दिया कि विदेशी ज़मीन पर भी उनका डंका बज सकता है।
Sumit Raj Patni
अगस्त 4, 2025 AT 18:31भाई, शुबमन गिल ने तो पूरी सीरीज में जलवा दिखा दिया! उसका बल्ला जैसे बज़र की तरह काम कर रहा था, हर डिलीवरी पर छक्का मारता रहा. इस तरह का प्रदर्शन देख कर हर युवा को प्रेरणा मिलनी चाहिए, हम सब को भी अपना खेल सुधारना होगा. भारत की बैटिंग लाइन‑अप का असली दम अब सामने आया है.
Shalini Bharwaj
अगस्त 6, 2025 AT 12:11वाकई में, गिल की पारी देखते‑देखते दिल धड़कता रहा. उसके हर शॉट में आत्मविश्वास झलकता है, इससे टीम का जज्बा भी बढ़ता है.
Chhaya Pal
अगस्त 8, 2025 AT 05:51टेस्ट क्रिकेट में लगातार बड़े रन बनाना आसान नहीं, लेकिन गिल ने इसे मज़ेदार यात्रा बना दिया. उसकी टेक्निक, पोज़िशनिंग और रफ़्तार सब कुछ सटीक था. साथ ही राहुल, जडेजा और पंत की संगत ने टीम को संतुलित रखा. इंग्लैंड के बॉलर्स को भी अब नई रणनीति चाहिए होगी. कुल मिलाकर, यह सीरीज भारतीय बैटिंग का जश्न रही.
Naveen Joshi
अगस्त 9, 2025 AT 23:31सच में गिल का स्टाइल बेस्ट है, हर बॉल पर खुशी मिलती है. टीम को भी ऐसे ही फॉर्म में रखना चाहिए.
Gaurav Bhujade
अगस्त 11, 2025 AT 17:11गिल के अलावा राहुल की निरंतरता भी काबिले‑तारीफ़ है, 532 रन से उसने भरोसा दिलाया. जडेजा की ऑलराउंडिंग ने मैचों को और रोमांचक बना दिया. पंत की स्ट्राइक रेट ने सेक्शन को ऊर्जा दी. इन आंकड़ों को देखते हुए भारतीय टीम का भविष्य उज्जवल दिखता है.
Chandrajyoti Singh
अगस्त 13, 2025 AT 10:51आपकी बात बिल्कुल सही है, हर खिलाड़ी ने अपना असली रंग दिखाया. निरंतर अभ्यास और टीम वर्क ने यही नतीजा दिया. इस तरह की सीरीज से युवा वर्ग को भी प्रेरणा मिलेगी.
Riya Patil
अगस्त 15, 2025 AT 04:31बहुत बढ़िया प्रदर्शन!
naveen krishna
अगस्त 16, 2025 AT 22:11शुबमन गिल का रिकॉर्ड सिर्फ आँकड़े नहीं, यह भारतीय क्रिकेट में नई सोच का प्रतीक है। वह हर पारी में एक कहानी लिखता है, जहाँ हर शॉट में साहस और आनन्द का मिश्रण होता है। उसके आँकड़े पढ़कर यह समझ आता है कि निरंतरता और मेहनत का फल मीठा होता है। 754 रन, 85 चौके और 12 छक्के, यह सब बताता है कि वह कैसे हर बॉल को चुनौती देता है। गिल की बैटिंग ने इंग्लिश बॉलर्स को भौहें सिकोड़ने पर मजबूर कर दिया। तोपों की फायरिंग के बीच वह शांति से अपनी पारी बनाता रहा। उसके शॉट्स में ऐसा सामंजस्य था कि दर्शक भी मंत्रमुग्ध हो गए। यह जीत की भावना पूरी टीम में बँट गई और दूसरे खिलाड़ियों को भी ऊँचा उठने का मौक़ा मिला। राहुल, जडेजा और पंत की साझेदारी ने भी इस सफलता में अहम रोल निभाया। यह दिखाता है कि टीम में रिकवरी और सहयोग कितना जरूरी है। इंग्लैंड की ओर से रूट और ब्रूक ने भी अच्छे स्कोर बनाए, पर भारतीय बैटिंग का दबदबा साफ़ दिखाई दिया। इस सीरीज से हमें यह सीख मिलता है कि pressure में भी खुद को नियंत्रित रखकर खेला जा सकता है। गिल का असली जादू तो उसकी मानसिकता में है-हार नहीं मानना। वह हर बॉल को एक नई चुनौती मानकर खेलता है। इस प्रकार के खिलाड़ी ही भारत को विश्व मंच पर आगे ले जा सकते हैं। हर युवा को इस उदाहरण से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपनी कौशल को निखारना चाहिए। अंत में, यह सत्र भारतीय क्रिकेट का गौरवपूर्ण अध्याय बन गया, और हम सभी को इसका हिस्सा बन कर गर्व है।
Disha Haloi
अगस्त 18, 2025 AT 15:51ये तो बार‑बार दिखाया गया है कि भारतीयों की बैनर नीचे नहीं झुकेगी-गिल ने फिर से यह साबित किया! देशभक्ति का जोश और खेल की भावना एक साथ जब मिलती है, तो इतिहास रचा जाता है। हमारे खिलाड़ियों को हमेशा इस तरह की जीत के लिए सराहना चाहिए.
Mariana Filgueira Risso
अगस्त 20, 2025 AT 09:31सही कहा, गिल की पारी ने हर भारतीय दिल में गर्व का एहसास भर दिया। साथ ही टीम की बैटिंग में संगति और निरंतरता को भी सराहना चाहिए। इस सीरीज से हमें कई रणनीतिक बिंदु भी सीखने को मिले।
Dinesh Kumar
अगस्त 22, 2025 AT 03:11इतने बड़े रिकॉर्ड तो केवल मेहनत और समर्पण से ही बनते हैं, गिल ने इसका साक्षी दिया है। उसकी फोकस और दृढ़ता ने टीम को आगे बढ़ाया। साथ ही, अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने भी अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाई। अंत में, यह जीत भारतीय क्रिकेट की स्थिरता को दर्शाती है।
Hari Krishnan H
अगस्त 23, 2025 AT 20:51बिलकुल, गिल का योगदान हर युवा को सिखाता है कि लक्ष्य के प्रति अडिग रहना कितना जरूरी है। टीम की सामूहिक शक्ति ने इस सीरीज को यादगार बनाया। हमें आगे भी इसी ऊर्जा के साथ खेलना चाहिए।
umesh gurung
अगस्त 25, 2025 AT 14:31गिल की इस अद्भुत पारी के पीछे न केवल व्यक्तिगत टैलेंट, बल्कि भारतीय क्रिकेट के व्यापक इकोसिस्टम का योगदान है-कोचिंग, ग्राउंड फ़ैसल्स, और फिजिकल ट्रेनिंग सभी ने मिलकर इसे संभव किया; यही कारण है कि आज हम इतने बड़े आँकड़े देख रहे हैं, और यह भी एक प्रेरणा है कि भविष्य में ऐसे ही कई सितारे निकले जा सकते हैं!
sunil kumar
अगस्त 27, 2025 AT 08:11सचमुच, गिल का परफ़ॉर्मेंस एक 'ट्रांसफ़ॉर्मेटिव इम्पैक्ट' के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जहाँ प्रत्येक शॉट एक 'कंस्ट्रक्टिव फ्रेमवर्क' बनाता है; इस प्रकार, टीम की 'सिंर्जेटिक ऐडिशन' को समझना आवश्यक है, क्योंकि यह सीरीज एक 'टैक्सोनॉमी ऑफ परफ़ॉर्मेंस' को दर्शाती है।