Iga Swiatek ने ऐतिहासिक Double Bagel के साथ जीता पहला Wimbledon खिताब

Iga Swiatek ने ऐतिहासिक Double Bagel के साथ जीता पहला Wimbledon खिताब जुल॰, 14 2025

Iga Swiatek की अद्वितीय जीत: Wimbledon में इतिहास रचा

Wimbledon के सेंटर कोर्ट पर 12 जुलाई 2025 की शाम कुछ अलग ही थी। पोलैंड की 24 वर्षीय स्टार Iga Swiatek ने अपने पहले Wimbledon खिताब के साथ ना केवल अपने करियर का छठा Grand Slam अपने नाम किया, बल्कि ऐसा कारनामा भी कर दिखाया जो बीते 114 वर्षों में महिला Grand Slam फाइनल में नहीं हुआ था—विजेता ने विरोधी को एक भी गेम जीतने का मौका नहीं दिया। जी हां, Amanda Anisimova को 6-0, 6-0 से मात देकर Swiatek ने टेनिस इतिहास में डबल बैगल (double bagel) वाली फाइनल लिख दी।

मैच सिर्फ 57 मिनट में खत्म हो गया, और दर्शक दंग रह गए। Swiatek की शानदार फॉर्म और आत्मविश्वास इतनी जबरदस्त रही कि Anisimova का खेल उसमें कहीं ठहर ही नहीं पाया। ग्रैंड स्लैम फाइनल्स में अब उनका रिकॉर्ड 6-0 हो गया है—चार फ्रेंच ओपन, एक यूएस ओपन और अब यह नया Wimbledon ट्रॉफी उनकी अलमारी में शामिल हो गई। इतनी बड़ी उपलब्धि किसी भी खिलाड़ी के लिए गौरव की बात है।

मंजिल आसान नहीं थी: घास के मैदान पर जीत और संघर्ष

अगर आपको याद हो, तो Iga Swiatek का ग्रास कोर्ट पर इतिहास कुछ खास नहीं रहा था। खुद उन्होंने माना—Wimbledon जीतना उनके लिए कभी 'असली सपना' जैसा नहीं था, क्योंकि शुरुआत में घास पर खेलना उन्हें मुश्किल लगता था। लेकिन पिछले कुछ सालों में उन्होंने अपनी तकनीक बदली, मेहनत और धैर्य से ये दूरी पाट दी। फाइनल के बाद उन्होंने मीडिया से कहा, “मुझे खुद भी भरोसा नहीं हो रहा कि ये सच है!”

दूसरी ओर, अमेरिका की 23 वर्षीय Amanda Anisimova के लिए ये फाइनल खास था। 2023 में वह बर्नआउट की वजह से खेल से दूर रही थीं, मगर नई ऊर्जा और साहस के साथ कोर्ट पर लौटीं। Wimbledon फाइनल में पहुंचना उनके लिए वापसी की सबसे सुंदर कहानी थी। हां, फाइनल मैच में वह Swiatek की रफ्तार और संतुलन के आगे टिक नहीं पाईं। लेकिन खिलाड़ियों का मनोबल इसी से पता चलता है—शाम के समारोह में वह मां को याद कर भावुक हो गईं और दर्शकों की सराहना को धन्यवाद दिया।

मैच को हर मायने में ऐतिहासिक कहा जाएगा। 2018 में Swiatek ने Wimbledon जूनियर खिताब जीता था, जबकि 2017 में Anisimova ने यूएस ओपन की जूनियर चैंपियनशिप अपने नाम की थी। लंदन में Kate, Princess of Wales की मौजूदगी में यह फाइनल और भी खास बन गया। गजब की बात यह कि Swiatek ने न केवल Grandslam फाइनल में खुद को अजेय रखा, बल्कि grass court पर अपने जज्बे और रणनीति से दुनिया को अपनी काबिलियत का एक नया सबूत दिखा दिया।

इस मैच ने टेनिस के खेल को लेकर बहुत कुछ बदल दिया है—अब Grand Slam फाइनल में इस तरह का दबदबा दिखाना शायद हर युवा खिलाड़ी का सपना होगा। Anisimova के लिए यह संघर्ष की सीख है तो Swiatek के लिए यह टेनिस शिखर की आरामदेह और चमकदार मंजिल।