एशिया کپ 2025: भारत को हिला सकते हैं ये तीन पाकिस्तान के गेंदबाज़

हैरिस रौफ़: तेज़ी और विवाद का दोहरा चेहरा
जब से एशिया کپ 2025 शुरू हुआ, हर सत्र में हारिस रौफ़ के नाम पर चर्चा रहती है। सुपर‑4 मैच में भारत के सामने उसकी तेज़ी ने कई बॉलर को चौंका दिया, और साथ ही उसका हाव‑भाव सोशल मीडिया पर हड़बड़ी का कारण बना। फिर भी पाकिस्तान ने उसे मुख्य दांव के रूप में रखा, जो उनके डायनामिक बॉलर कॉम्बिनेशन की अहमियत दर्शाता है। रौफ़ की वेरिएशन—स्लो डिलिवरी, बाउंस, और तेज़ आउटसाइड रेंज—इंडियन बॅटसमेन को अक्सर झंझट में डालती हैं।
कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि रौफ़ की एक्सप्रेशन केवल भावना का हिस्सा है, पर असली बात उसकी गेंदबाज़ी में है। पिछले दो मैचों में उसने 15.2 ओवर में 4 विकेट लिए, औसत सिर्फ 22.5 रन पर। अगर वह अपना राग नहीं बदलता और ध्यान रखता है, तो वह भारत के शीर्ष क्रम को धीरे‑धीरे तोड़ सकता है।
- तेज़ गति (140‑145 किमी/घंटा)
- बाउंसिंग बॉल्स से टॉप ऑर्डर को परेशान करना
- कट ऑफ और स्लो डिलिवरी में संतुलन बनाना

शहीन अफरीदी और दावेदार बुमराह से आगे
शहीन शाह अफरीदी पाकिस्तान के बेस्ट लेफ़्ट‑आर्म फास्ट बॉलर हैं। उसकी स्विंग का जादू, खासकर शुरुआती ओवर में, कई बार बिड़ी को उल्टा कर चुका है। हालाँकि, टीम चयन में अफरीदी को लेकर अनिश्चितता बनी है; कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उसे हटाने की संभावना है। लेकिन अफरीदी ने हारिस रौफ़ के बचाव में अपने पक्ष में बात की, यह दर्शाता है कि वह टीम के भीतर एकता को महत्व देता है।
यदि अफ्रीदी खेलता रहा, तो उसकी बॉलिंग स्पीड (138‑142 किमी/घंटा) और दोनों ओर स्विंग उसकी सबसे बड़ी ताकत रहेगी। वह सीजी सप्पेयर वाले पिच पर सबसे अधिक असर डालता है, जहाँ रेंज और लाइन दोनों कंट्रोल में होते हैं। उसकी मौजूदगी में इंडियन बॅट्समेन को दो बॉलों के बाद ही बात बदलनी पड़ती है, क्योंकि वह बॉल को बैट्समैन के दाँते के पास ले जाता है।
तीसरा नाम अभी पूरी तरह सामने नहीं आया, पर कुछ गपशप है कि एक नया पाकिस्तानी बॉलर बुमराह से बेहतर कह रहा है। इस दावे की पुष्टि अभी तक नहीं हुई, पर अगर ऐसे बॉलर टीम में शामिल हो जाएँ तो भारत के तेज़ बॉलिंग लाइन‑अप को और भी मुश्किल बना सकते हैं।
पाकिस्तान ने फहीम अशरफ़ को हटाने का भी मन बनाया है, ताकि बॉलर की गहराई बढ़े। इससे रौफ़ और अफ्रीदी को और जिम्मेदारी मिलती है, और वे दोनों मिलकर भारत के शीर्ष क्रम को कई बार तोड़ सकते हैं। आगामी फाइनल 28 सितंबर को फिर से भारत‑पाकिस्तान की टक्कर का इंतज़ार है, और इस बार पाकिस्तानी बॉलिंग अटैक पर सभी नजरें होंगी।