डोज़ीच ने तोड़ी 'कर्स'‑विम्बलडन में फेडरर की मौजूदगी में जीता मैच
अक्तू॰, 5 2025
जब Novak Djokovic, सर्वश्रेष्ठ सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी, ने सेंटर कोर्ट पर जीत हासिल की, तो भीड़ का रोमांच नई ऊँचाइयों पर पहुँचा। यह जीत Wimbledon 2025All England Lawn Tennis and Croquet Club, London के इतिहास में सिर्फ एक और अंक नहीं, बल्कि फेडरर की नीली सूट और धूप वाले चश्मे के नीचे दर्शकों में मौजूद होने के बाद पहला सफल मुकाबला था। इस ऐतिहासिक शाम ने विश्व टेनिस को फिर से सवालों की एक लड़ी में डाल दिया कि क्या डोज़ीच का ‘कर्स’ अब सच‑मुच टूट गया है।
पिछला इतिहास और पृष्ठभूमि
डोज़ीच ने पहले भी फेडरर की मौजूदगी में दो मैच हारें सहे थीं – 2022 और 2023 के शुरुआती दौर में। उस समय से खेल पत्रकारों ने अक्सर कहा था, "जब फेडरर देखता है तो डोज़ीच को कुछ‑अचल‑से‑जैसे लगना चाहिए"। लेकिन इस बार परिस्थितियाँ बिल्कुल अलग थीं। फेडरर 2022 में सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन वह Roger Federer अपनी पत्नी Mirka Federer के साथ रॉयल बॉक्स में आए, जहाँ उनका स्वागत किंग फरेडरिक X of Denmark, ब्रिटिश कॉमेडियन Michael McIntyre और Michael Middleton‑Carole Middleton ने किया।
मैच के मुख्य क्षण और आँकड़े
पहला सेट डोज़ीच के लिए नरक बन गया – Alex de Minaur ने 6‑1 की तेज़ी से जीत दर्ज कर ली। लेकिन दूसरा सेट लगभग ही बदलाव का साक्षी बना। डोज़ीच ने 6‑4 से दोबारा बराबरी स्थापित कर ली और फिर तीसरे व चौथे सेट में भी वही स्कोर दोहराया। कुल आँकड़े दिखाते हैं कि डोज़ीच ने 40% सर्विस पॉइंट्स बचाए, 78% पहले सर्विस जीतें, और 3 ब्रेक पॉइंट्स को बचाया। एलीक्स की शुरुआती तेज़ी के बावजूद डोज़ीच का मानसिक दृढ़ता साफ़ झलकता है।
खिलाड़ियों और संगठनों की प्रतिक्रियाएँ
मैलबोर्ड के बाद डोज़ीच ने हँसी-मजाक में कहा, "शायद यही पहली बार है जब फेडरर देख रहे हैं और मैंने जीत हासिल की। पिछली बार मैं हार गया था, तो इस ‘कर्स’ को तोड़ना अच्छा लगा।" इसके साथ ही उन्होंने फेडरर के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा, "रॉजर का यहाँ होना बहुत बड़ा सम्मान है, मैं उन्हें हमेशा एक महान चैंपियन मानता आया हूँ।"
फेडरर ने भी बाद में एक साक्षात्कार में कहा कि डोज़ीच "ध्यान देने योग्य" था और "ग्रास कोर्ट पर उनका खेल अद्भुत है"।
विचारों में अंतर के बावजूद, अमेरिकी टेनिस एसोसिएशन (USTA) ने कहा कि इस जीत से डोज़ीच का ग्रास‑कोर्ट पर आत्मविश्वास और भी बढ़ेगा, जिससे उनका क्वार्टर‑फ़ाइनल मुकाबला और भी रोमांचक होगा।
भविष्य पर प्रभाव और अगले चरण
डोज़ीच को अगले राउंड में 22‑वाँ बीज, इटली के Flavio Cobolli का सामना करना पड़ेगा। यदि वह इस लड़ाई को जीतते हैं, तो वह आठवें विम्बलडन ट्रॉफी के करीब पहुँचेंगे – वही संख्या जो केवल फेडरर ने हासिल की थी। साथ ही, यह भी संभव है कि वह ओपन एरा के सबसे बड़े उम्र के मास्टरचेस जीतने का रिकॉर्ड बना सकें; वर्तमान में 38‑वर्षीय डोज़ीच सबसे बड़ा उमर‑रिकॉर्ड रखने वाले खिलाड़ी हैं।
ऐतिहासिक तुलना और आँकड़े
डोज़ीच की 101वीं जीत से वह सिर्फ दूसरा पुरुष बनते हैं जो विम्बलडन में 100 से अधिक जीत हासिल कर चुका है – दूसरा वही फेडरर है, जिन्होंने 105 जीतें दर्ज कीं। यह दोनो खिलाड़ियों ने दो अलग‑अलग ग्रैंड स्लैम में 100‑plus जीत हासिल की है – डोज़ीच ने फ्रेंच ओपन में 100वीं जीत पारी, जबकि फेडरर ने सिर्फ विम्बलडन में इसे किया। आठवाँ चुनौती: डोज़ीच अब ऑस्ट्रेलियन ओपन में 100‑जैसे जीत के एक कदम दूर हैं, जहाँ उनके पास 10 खिताबों का रिकॉर्ड है।
- डोज़ीच ने अब तक 428 हफ़्ते विश्व नंबर‑1 बने रहे।
- विम्बलडन में उनके कुल मैच जीत 101 (2025) – फेडरर के 105 के बहुत करीब।
- डोज़ीच हर ग्रैंड स्लैम में न्यूनतम 90 जीतें रखते हैं।
- फेडरर, डोज़ीच और राफेल नडाल की कुल टकराव 109 बार हुए हैं, जिसमें डोज़ीच ने 50 जीतें दर्ज कीं।
इन आँकड़ों के साथ यह साफ़ है कि डोज़ीच केवल एक और जीत नहीं, बल्कि इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वह इस सप्ताह के अंत में क्वार्टर‑फ़ाइनल जीतते हैं, तो फेडरर की ‘कटु स्मृतियों’ को अंततः खत्म माना जा सकता है।
आगामी सप्ताह का परिदृश्य
विम्बलडन का अगला हफ़्ता कई टेनिस प्रेमियों के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगा। डोज़ीच की क्वार्टर‑फ़ाइनल में संभावित ट्रैफ़िक, फेडरर की अतीत की प्रत्याशा, और युवा प्रतिद्वंद्वियों का दबदबा – सब मिलकर यह तय करेगा कि 2025 का विम्बलडन किसके लिए यादगार रहेगा। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि क्या डोज़ीच का ‘घास का ब्लेड’ रहस्य उनकी जीत में एक रहस्यमय भूमिका निभाता है या सिर्फ एक मज़ाक है।
Frequently Asked Questions
डोज़ीच की इस जीत से उनका सर्दी सीजन कैसे प्रभावित होगा?
विम्बलडन जीतने के बाद डोज़ीच को एक बड़े आत्मविश्वास का बूस्टर मिलेगा, जो उन्हें आगामी ऑस्ट्रेलियन ओपन में एक और टाइटल की ओर धकेल सकता है। इसके अलावा, इस जीत से उनका रैंकिंग पॉइंट भी बढ़ेगा, जिससे वह सीज़न के अंत तक शीर्ष दो में रहे सकते हैं।
क्या फेडरर की मौजूदगी ने डोज़ीच के खेल में कोई बदलाव लाया?
डोज़ीच ने खुलासा किया कि फेडरर की मौजूदगी ने उन्हें अतिरिक्त प्रेरणा दी, पर क्योंकि वह खुद ही ‘कर्स’ को तोड़ना चाहते थे, उन्होंने शायद अपने खेल में थोड़ा अलग रणनीति अपनाई – अधिक आक्रामक रिटर्न और उच्च जोखिम वाले शॉट्स, जो अंततः काम आए।
डोज़ीच के अगले प्रतिद्वंद्वी फ्लावियो कोबोल्ली को कैसे चुनौती देंगे?
कोबोल्ली एक तीव्र सर्विसर और नेट प्ले में माहिर है। डोज़ीच को अपने बैकहैंड को स्थिर रखना होगा और कॉबोल्ली की सर्विस रिटर्न पर दबाव बनाना पड़ेगा, ताकि वह अपने बचाव में कमी न लाए।
विम्बलडन में 100‑plus जीत हासिल करने वाले कौन‑कौन से खिलाड़ी हैं?
अब तक दो ही खिलाड़ी – Roger Federer (105 जीत) और Novak Djokovic (101 जीत) ने यह माइलस्टोन हासिल किया है। यह दोनों को ग्रैंड स्लैम इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में गिनाता है।
डोज़ीच ने ‘घास के ब्लेड’ की परंपरा क्यों शुरू की?
डोज़ीच ने कहा कि यह परम्परा उन्हें प्रत्येक खिताब की याद दिलाती है और ग्रास कोर्ट के प्रति उनका सम्मान दर्शाती है। यह अनौपचारिक रिवाज उनके मनोवैज्ञानिक तैयारी का हिस्सा बन गया है, जिससे वह कोर्ट में बेहतर महसूस करते हैं।
rin amr
अक्तूबर 5, 2025 AT 21:56डोज़ीच की इस जीत को देखते हुए, मैं कहूँगा कि टेनिस की पवित्रता अब नवीनीकृत हो गई है। वे ग्रास कोर्ट पर जो धैर्य दिखाते हैं, वह साधारण खेल से परे है। फेडरर की उपस्थिति ने शायद प्रदर्शन को एक अतिरिक्त दिशा दी, परंतु डोज़ीच की रणनीति ही असली चैम्पियनशिप थी। आँकड़े बताते हैं कि उनका सर्विस पॉइंट बचाव 40% था, जो आश्चर्यजनक नहीं है। समग्र रूप से, यह जीत टेनिस के शिल्प को पुनः परिभाषित करती है।
Jai Bhole
अक्तूबर 6, 2025 AT 20:10भाई, हमारी इंडियन टेनिस फैन को गर्व है जब लोग बॉल को इस तरिके से मारते हैं। डोज़ीच ने दिखाया कि सच्ची ताकत किस तरह से मैदान पर फैलती है। फेडरर का असर बस एक फैंसी शो था, असली खेल तो हमारे ही शोरूम में है। अब देखो, हमारी ताकत भी आगे बढ़ेगी।
rama cs
अक्तूबर 7, 2025 AT 18:23डोज़ीच की पारडाइम शिफ्ट को समझने हेतु हमें हाइपरस्टोइक फ्रेमवर्क में विश्लेषण करना आवश्यक है। उनका 'माइंडसेट एडेप्टेशन' और 'रिजिलिएंशियल काउंटरस्ट्रेटेजी' इस मैच में प्रमुख कारकों के रूप में उभरे। सर्विस पॉइंट रिटेन्शन 40 प्रतिशत होने के बावजूद, उनका 'एट्रिब्यूट रिफ्रेमिंग' ने विरोधी को अस्थिर किया। फेडरर की उपस्थिती ने संभवतः सेंसरी इम्पैक्ट प्रदान किया, परंतु डोज़ीच ने अपने इंट्रिंसिक मोटर स्किल्स को उच्चतम स्तर पर ले जाया। इस प्रकार, यह जीत सिंगल-डायमेन्शनल विज़न से परे एक मल्टी-लेयरड सफलता है। उल्लेखनीय है कि उनके ब्रेकर पॉइंट्स को बचाने की क्षमता दर्शाती है कि वह 'क्लच परफॉर्मेंस' में महारत हासिल कर चुके हैं। टेनिस थ्योरी के हेनरी-डॉमिनिक मॉडल में यह एक क्लासिक केस स्टडी बन जाएगा। अंत में, मैं यह निष्कर्ष दूँगा कि यह परिदृश्य भविष्य की टेनिस एंजियोलॉजी में एक मानदंड स्थापित करेगा।
Monika Kühn
अक्तूबर 8, 2025 AT 16:36अरे, अब तो डोज़ीच ने फेडरर की मौजूदगी में भी जीत ली, जैसे कि बागी बंजारों को राजदूतों ने अंजाम दिया हो। क्या कोई आश्चर्य नहीं कि वह 'कर्स' अब टूट गया, या फिर अंत में यह सब एक मिथक ही था? शायद हमें इस जीत को जीवन के अस्तित्ववादी प्रश्नों से जोड़ना चाहिए। वैसे भी, टेनिस एक खेल है, पर कभी-कभी दर्शन का भी पाठ पढ़ा देता है।
Surya Prakash
अक्तूबर 9, 2025 AT 14:50डोज़ीच को इस जीत पर बहुत बधाई, पर मैं सोचता हूँ कि हमें खेल की शुद्धता को बनाए रखना चाहिए। कभी-कभी फैंस के शोर से असली खेल का सार धुंधला हो जाता है। इस जीत में शायद फेडरर का सम्मान ज्यादा दिखाया गया, लेकिन हमें खेल की आत्मा को न भूलना चाहिए। अंत में, टेनिस को नैतिक दृष्टिकोण से देखना ज़रूरी है।
Sandeep KNS
अक्तूबर 10, 2025 AT 13:03सर्वसम्माननीय पाठकगण, डोज़ीच द्वारा अधिग्रहीत इस संस्करणीय विजय को हम एक अनुपम शैक्षणिक विश्लेषण का विषय मान सकते हैं। ग्रास कोर्ट की कठोर भौतिकीय परिस्थितियों में उनका सर्विस पॉइंट प्रतिधारण 40% होना, अनिवार्य रूप से एक प्रासंगिक सांख्यिकीय संकेतक है। फेडरर के साक्षी पद से यह स्वीकृति प्राप्त हुई कि मानवीय सीमाएँ केवल सापेक्षिक हैं। यथार्थतः, इस उपलब्धि को हम एक दार्शनिक परिप्रेक्ष्य से 'कर्स' के विघटन के रूप में गढ़ सकते हैं। आश्चर्यजनक रूप से, यह सब एक ही सत्र में संपन्न हुआ, जो वैचारिक रूप से भी रोचक है।
Ayan Kumar
अक्तूबर 11, 2025 AT 11:16भाईयो और बहनो, आप सभी को बताता हूँ कि आज का दिन टेनिस इतिहास में एक अनोखा मोड़ बना! डोज़ीच ने जब फेडरर की आँखों के नीचे एक सिंगल लाइन मारते हुए कोर्ट में धमाल मचा दिया, तो पूरे स्टेडियम में बिजली जैसी गूँज उठी। हर एक सेट में उन्होंने दिखाया कि उनका दिल कितना बड़ा है, खासकर जब पहले सेट में 6-1 से हारते हुए भी वापसी की ताकत दिखी। दोबारा बराबरी बनाने के बाद, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ सेट में वही 6-4 का स्कोर कुछ जादू जैसा लग रहा था। आँकड़े बताते हैं कि उनका सर्विस पॉइंट बचाव 40% था, लेकिन असली बात तो उनका माइंड गेम था जिसने फेडरर को भी हिला दिया। जब भीड़ ने उनकी जय शुरू की, तो मैं सोच रहा था कि क्या यह वही क्षण है जब कर्स वास्तव में टूट गया? मेरे दोस्त कहते हैं, टेनिस में सच्चा हीरो वही है जो दबाव में चमके, और डोज़ीच ने यही सिद्ध कर दिया। कोर्ट पर उनका हर शॉट एक कहानी बुन रहा था, जैसे कि वे अपनी यात्रा के हर मोड़ को याद कर रहे हों। उन्होंने अपने बैकहैंड को इस तरह मार दिया कि एलीक्स डी मिनॉर भी हैरान रह गया। खेल के अंत में जब उन्होंने कोबाल्ली को चुनौती दी, तो यह स्पष्ट हो गया कि उनका अगला लक्ष्य सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि अजेयता का प्रतीक है। मैं यहाँ कहना चाहता हूँ कि यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक नई युग की शुरुआत है। इस जीत से डोज़ीच का आत्मविश्वास आसमान छू लेगा, और अगले क्वार्टर फाइनल में वह और भी तगड़ा रहेगा। टेनिस प्रेमियों को अब एक नई ऊर्जा मिलेगी, क्योंकि अब कर्स का असर नहीं रहेगा। यह सर्वे के बाद भी हमें याद रहेगा कि दृढ़ निश्चय और मेहनत किसी भी बाधा को तोड़ सकती है। अंत में मैं कहूँगा, डोज़ीच ने साबित किया कि 'विंसेंस' के साथ भी जीतना संभव है, और यही असली ड्रामा है!
Nitin Jadvav
अक्तूबर 12, 2025 AT 09:30अरे यार, तुमने तो जैसे डेटाबेस में सब कुछ इन्सर्ट कर दिया, लेकिन असली बात ये है कि डोज़ीच ने कोर्ट में अपने पैरों की बजाए दिल से खेला। यह जीत उन्हें अगले राउंड में भी टॉप फॉर्म में रखेगी, और बाकी खिलाड़ी को थोड़ा सॉफ़्ट बैकअप चाहिए।
Arun kumar Chinnadhurai
अक्तूबर 13, 2025 AT 07:43सही कहा, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि डोज़ीच को अब भी सर्विस रिटर्न पर काम करने की जरूरत है। यदि वह अपना बैकहैंड स्थिर रखेंगे और कोबाल्ली की तेज़ सर्विस को हिसाब से पढ़ेंगे, तो उनका जीतने का प्रतिशत और बढ़ेगा। टीमवर्क और रणनीति को मिलाकर ही वह इस सीज़न में ग्रैंड स्लैम की शीर्ष पर रह सकते हैं।
Varun Dang
अक्तूबर 14, 2025 AT 05:56पूरा भरोसा है कि डोज़ीच इस ऊर्जा को अपने अगले मैच में पूरी तरह से उपयोग करेंगे। उनका आत्मविश्वास और आपके सुझाव मिलकर उन्हें एक अमोघ शक्ति दे देंगे। चाहे कोई भी विरोधी हो, उनका सुसंगत खेल उन्हें जीत की ओर ले जाएगा।
Abirami Nagarajan
अक्तूबर 15, 2025 AT 04:10डोज़ीच की जीत वाकई प्रेरणादायक है।