भारत ने इंग्लैंड को 15 रनों से हराया, T20 सीरीज में 3-1 की बढ़त
फ़र॰, 1 2025भारत की विस्फोटक बल्लेबाज़ी
भारत और इंग्लैंड के बीच मौजूदा टी20 सीरीज के चौथे मैच में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 रनों की जीत दर्ज की। पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। मैच के शुरुआत में ही भारतीय बल्लेबाज़ बेहतरीन फॉर्म में नज़र आए। हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे की जोड़ी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। दोनों खिलाड़ियों ने 53-53 रन बनाते हुए भारतीय स्कोर को 180 रन के पार पहुंचाया। विशेष रूप से हार्दिक ने अपनी आक्रमक बल्लेबाज़ी से इंग्लैंड के गेंदबाज़ों पर दबाव बनाए रखा। इसके अलावा अन्य भारतीय बल्लेबाज़ों ने भी महत्वपूर्ण योगदन दिया, जिससे टीम का स्कोर 181 तक पहुंच सका।
इंग्लैंड का मुथोड़ा जवाब
इंग्लैंड जब मैदान में उतरी, तो उम्मीदों से भरी थी। जवाबी रणनीति के तहत इंग्लैंड ने बारीकी से रन चेज़ करने की कोशिश की। बेन डकेट और हॅरी ब्रूक ने टीम के लिए बेहतरीन पारियाँ खेलीं। डकेट ने 39 रन बनाए तो वहीं ब्रूक ने तेज़ी से 51 रनों की पारी खेली। हालांकि, इंग्लैंड की टीम भारतीय गेंदबाज़ों के सामने मुश्किल में पड़ गई। लगातार विकेट गिरने लगे और इसने उनके रन बनाने की गति को बाधित कर दिया। इंग्लैंड की कोशिशों के बावजूद, वे लक्ष्य तक पहुंच नहीं पाए और पूरी टीम 166 रन बनाकर आउट हो गई।
भारतीय गेंदबाज़ों का प्रभावी प्रदर्शन
इस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों ने अपनी काबिलियत का शानदार प्रदर्शन किया। रवि बिश्नोई और हर्षित राणा ने इंग्लैंड की पारी की कमर तोड़ते हुए तीन-तीन विकेट लिए। उनके अलावा अरशदीप सिंह ने भी अपनी गेंदबाज़ी से इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को परेशान किया। अरशदीप ने मैच की अंतिम गेंद पर साकिब महमूद को आउट कर भारत की जीत सुनिश्चित की। इन गेंदबाज़ों के संयुक्त प्रयास ने भारत की जीत की नींव रखी। इन युवा गेंदबाज़ों का आत्मविश्वास और उम्दा प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए एक सुखद संकेत है।
सीरीज में निर्णायक बढ़त
भारत ने इस जीत के साथ टी20 सीरीज में 3-1 की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है। इस मैच में मिली जीत ने भारतीय टीम को आत्मविश्वास का एक नया स्तर दिया है। खासकर घर में खेलते हुए टीम ने अपनी रणनीतियों को सुचारू रूप से लागू किया। युवा खिलाड़ियों का आत्मनिर्भर प्रदर्शन और सीनियर खिलाड़ियों का अनुभव भारतीय टीम के लिए एक लाभदायक संयोजन साबित हो रहा है। अब, एक मैच बचे होने के बावजूद, भारत ने सीरीज की जीत सुनिश्चित कर ली है। टीम के कप्तान का नेतृत्व और युवा खिलाडियों का जोश इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।